
नई दिल्ली। ब्रिटेन ने भी अमेरिका की तर्ज पर अवैध प्रवासियों के खिलाफ एक्शन लेना शुरू कर दिया है। हाल ही ब्रिटेन ने 19 हजार अवैध प्रवासियों और अपराधियों को अपने देश से बाहर किया है। ब्रिटेन में लेबर पार्टी के सत्ता संभालने के बाद अवैध प्रवासियों की धर पकड़ का अभियान चलाया गया। अभियान के तहत जगह-जगह छापेमारी की जा रही है और बिना वैध दस्तावेजों के ब्रिटेन में रहने वाले नागरिकों को उनके देश वापस भेजा जा रहा है। जनवरी में ब्रिटेन के अलग अलग हिस्सों में 828 जगहों पर छापेमारी की गई जिसके बाद 609 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
The public must have confidence in the UK’s immigration system.
Through our Plan for Change, we have removed almost 19,000 people including failed asylum seekers, foreign criminals and immigration offenders from the UK since July 2024. pic.twitter.com/QY4tpQDqSP
— Home Office (@ukhomeoffice) February 10, 2025
ब्रिटिश सरकार द्वारा अवैध प्रवासियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान को ब्रिटिश गृह मंत्री यवेट कूपर खुद मॉनिटर कर रही हैं। पिछले महीने हंबरसाइड में एक भारतीय रेस्तरां में भी छापेमारी की गई जिसके बाद वहां से सात लोगों को हिरासत में लिया गया था जिसमें से चार को डिटेंशन सेंटर भेज दिया गया। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर की सरकार इस अभियान को प्रभावी बनाने के लिए ‘शो, नॉट टेल’ की रणनीति पर काम कर रही है। ब्रिटिश सरकार ने पहली बार अवैध प्रवासियों को डिपोर्ट करते हुए एक वीडियो फुटेज जारी की है। इस फुटेज में हाथों में हथकड़ी लगे हुए लोग हवाई जहाज में चढ़ते हुए दिख रहे हैं।
ब्रिटिश सरकार का कहना है कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य मानव तस्करी में शामिल गिरोह का फंडाफोड़ करना तथा ब्रिटेन में अवैध प्रवासियों की घुसपैठ को रोकना है। इसी से संबंधित बॉर्डर सिक्योरिटी, असाइलम और इमिग्रेशन बिल पर ब्रिटेन की संसद में इसी सप्ताह चर्चा होनी है। इस बिल के पास होने के बाद ब्रिटेन की कानून प्रवर्तन एजेंसियों को ज्यादा अधिकार मिलेंगे जिससे वो अवैध प्रवासियों और अपराधियों को आसानी से ट्रैक कर सकेंगे जिससे उनकी जल्द गिरफ्तारी भी संभव हो पाएगी।