नई दिल्ली। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो भारत पर लगाए आरोपों पर एक बार फिर अपने ही घर में घिर गए हैं। इस बार उनकी पोल उन्हीं के देश कनाडा की पुलिस ने खोल दी है। रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (आरसीएमपी) के आयुक्त माइक ड्यूहेम ने आशंका जताई कि कनाडाई गैंगस्टर यहां से भारत में अपने गुर्गों को निर्देश देकर साजिश रच रहे हैं। सरकारी अधिकारियों के साथ हुई संसदीय समिति की बैठक में माइक ड्यूहेम ने इस बात की संभावना जताई। कनाडाई सांसद ग्लेन मोट्ज के सवाल का जवाब देते हुए आरसीएमपी के आयुक्त माइक ड्यूहेम ने कहा कि भारत भी हिंसक चरमपंथियों का सामना कर रहा है।
पुलिस आयुक्त माइक ड्यूहेम का बयान ऐसे समय पर आया है जब एक दिन पहले ही कनाडा के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस बात को स्वीकार किया है कि भारत को बदनाम करने के लिए ही उन्होंने खुफिया और संवेदनशील जानकारी अमेरिका को लीक की थी। राष्ट्रीय सुरक्षा और खुफिया विभाग की सलाहकार नताली ड्रोविन ने बताया था कि भारत के खिलाफ गोपनीय जानकारी लीक करने के लिए प्रधानमंत्री ट्रूडो की मंजूरी लेने की अनुमति नहीं थी। इस तरह से कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो की भारत के खिलाफ पोल खुलती जा रही है।
खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत का हाथ होने का आरोप लगाने वाले ट्रूडो अपनों के ही बीच घिर रहे हैं। वहीं कनाडा में विपक्षियों के साथ ट्रूडो की पार्टी के सांसद भी उनके खिलाफ आवाज उठाने लगे हैं। कुछ दिन पहले ही खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने जस्टिन ट्रूडो के साथ अपने रिश्तों को खुलकर स्वीकार किया था। पन्नू ने कहा था कि वो पिछले कुछ सालों से कनाडा पीएम कार्यालय के संपर्क में है और उसने ही भारत के खिलाफ जानकारी जस्टिन ट्रूडो को मुहैया कराई है। ट्रूडो के इन आरोपों के बाद से भारत और कनाडा के संबंधों में दरार आ गई है।