
नई दिल्ली। भारत के द्वारा पाकिस्तान में किए गए ऑपरेशन सिंदूर में आतंकी अब्दुल रऊफ अजहर के मारे जाने पर अमेरिका भी खुश है। अमेरिका के टॉप डिप्लोमैट्स ने आतंकी अब्दुल रऊफ अजहर की मौत पर खुशी मनाते हुए भारत को धन्यवाद कहा है। दरअसल रऊफ अजहर वही आतंकी है जिसने 2002 में अमेरिकी पत्रकार डेनिलय पर्ल को किडनैप करने के बाद गला रेतकर हत्या की थी और इसका वीडियो भी वायरल किया था। इस वीभत्स हत्याकांड की पूरी दुनिया में भर्त्सना की गई थी।
In the course of its current military operation against #Pakistan, India has killed the brutal terrorist assassin Abdul Rauf Azhar, whose psychopathic beheading of @WSJ journalist Daniel Pearl in 2002 we all remember. Justice has been served. Thank you, #India. #USA @POTUS
— Zalmay Khalilzad (@realZalmayMK) May 8, 2025
अफगानिस्तान और ईरान में अमेरिका के पूर्व राजदूत जालमे खलीलजाद का कहना है डेनियल पर्ल की हत्या आज तक सबको याद है। अब जाकर न्याय हुआ है। थैंक यू इंडिया। वहीं अमेरिका की डिप्लोमैट एली कोहैनिम ने भारत के प्रधानमंत्री कार्यालय को टैग करते हुए सोशल मीडिया पोस्ट पर लिखा है कि डेनियल पर्ल की बेरहमी से हुई हत्या मामले में हमें लंबे समय से न्याय का इंतजार था। मैं निजी तौर पर पीएमओ इंडिया के प्रति आभारी हूं। उधर, वहीं भारत और पाकिस्तान के मौजूदा माहौल पर अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने प्रतिक्रिया दी है। जेडी वेंस का कहा कि हम भारत से हथियार डालने को नहीं कह सकते। वहीं हम पाकिस्तान से भी ऐसा करने को नहीं बोल सकते, हम सिर्फ दोनों देशों को शांति के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं।
अमेरिकी उपराष्ट्रपति बोले, मौजूदा तनाव को कम करने के लिए जो भी मदद हो सकेगी वो मैं करूंगा। हालांकि उन्होंने यह कहा कि दोनों ही देश परमाणु संपन्न हैं लेकिन लगता नहीं है कि हालात यहां तक पहुंचेंगे और ऐसा कुछ होगा। दूसरी तरफ, पेंटागन के पूर्व अधिकारी माइकल रुबिन ने भारत का पक्ष लेते हुए कहा कि पाकिस्तान ने आतंकवाद को समर्थन देकर संघर्ष शुरू किया और भारत इसका शिकार हुआ। पाकिस्तान अब खुद को बचाने की कोशिश कर रहा है और भारत की कार्रवाई के चलते छटपटा रहा है।