नई दिल्ली। क्या भारतीय मूल के वित्त मंत्री ऋषि सुनक बन सकते हैं ब्रिटेन के प्रधानमंत्री? जी हां, इस बात की चर्चा तेज हो गई है कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के इस्तीफ के बाद, ऋषि सुनक ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री हो सकते हैं। आखिर कौन हैं ऋषि सुनक? ब्रिटेन में उनकी बढ़ती लोकप्रियता की, क्या वजह है? भगवदगीता से ऋषि सुनक का क्या कनेक्शन है? कैसे ऋषि सुनक के कंधों पर ही ब्रिटेन की अर्थव्यस्था की जिम्मेदारी है? इन सभी सवालों पर, आपसे चर्चा करेंगे, लेकिन आइए आपको, पहले ये बता दें कि, आखिर कैसे ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन पर इस्तीफे का दवाब बढ़ता जा रहा है? ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की कोरोना पार्टी पर विवाद खत्म होता नहीं दिख रहा है। पिछले साल कोरोना महामारी के दौरान, लॉकडाउन में बोरिस जॉनसन ने अपने घर डाउनिंग स्ट्रीट के गार्डन में पार्टी की थी। इस पार्टी को लेकर बोरिस जॉनसन की काफी आलोचना हो रही है। बढ़ती नाराजगी की वजह से, बोरिस जॉनसन हाउस ऑफ कॉमन्स में माफी भी मांग चुके हैं। लेकिन विपक्ष बोरिस जॉनसन के इस्तीफे पर अड़ा है।
अब खबर ये आ रही है कि जॉनसन के इस्तीफे के बाद, वित्त मंत्री ऋषि सुनक उनकी जगह ले सकते हैं। ताजा सर्वे में 40 साल के ऋषि सुनक पहली पसंद बनकर उभरे हैं। उनकी ही कंजरवेटिव पार्टी के सर्वे में 46 फीसदी लोगों ने माना कि ऋषि सुनक बोरिस जॉनसन से बेहतर प्रधानमंत्री साबित होंगे। ये भी कहा जा रहा है कि अगर ऋषि सुनक प्रधानमंत्री बनते हैं तो मई, 2024 में होने वाले आम चुनाव में कंजरवेटिव पार्टी को ज्यादा सीटें मिल सकती हैं। ऋषि सुनक अपने पद की शपथ, गीता पर लेने की वजह से काफी चर्चा में आए।
दरअसल, ऋषि सुनक के पिता यशवीर मेडिकल प्रैक्टिशनर हैं और मां उषा सुनक एक लोकल फार्मेसी चलाती थीं। इनकी पत्नी अक्षता मूर्ति, इंफ़ोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति और उनकी पत्नी सुधा मूर्ति की बेटी हैं। ब्रिटेन के वित्त मंत्री ऋषि सुनक की लोकप्रियता कई वजहों से बढ़ी है। कोरोना काल में, उन्होंने ब्रिटेन को आर्थिक मंदी से सफलतापूर्वक उबारा। ऋषि सुनक ने 11 मार्च, 2020 को ब्रिटेन का जो बजट पेश किया था, उसकी काफी तारीफ हुई। ये बजट कोरोना काल में ब्रिटेन में सभी लोगों के लिए संजीवनी का काम किया।
ब्रिटेन की राजनीति में ऋषि सुनक ने 2015 से एंट्री, जब वो कंजर्वेटिव पार्टी की ओर से चुनाव लड़कर MP बने। ऋषि सुनक को बोरिस जॉनसन का करीबी बताया जाता है। 2019 में बोरिस जॉनसन जब प्रधानमंत्री पद के लिए खड़े हुए, तब ऋषि ने उन्हें सपोर्ट किया था। प्रधानमंत्री बनने के बाद बोरिस ने उन्हें चीफ सेक्रेटरी ऑफ द ट्रेजरी बनाया। इसका मतलब ये है कि, बोरिस जॉनसन के बाद, ब्रिटेन की आर्थिक स्थिति की जिम्मेदारी, ऋषि सुनक के ही कंधों पर है।