
नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन के आधिकारिक आवास व्हाइट हाउस में इस बार दिवाली का त्योहार बड़ी ही भव्यता से मनाया गया। इस अवसर पर राष्ट्रपति बिडेन स्वयं भी शामिल हुए और भारतीय-अमेरिकी राजनेताओं तथा कर्मचारियों को इस विशेष आयोजन में आमंत्रित किया गया था। इस दिवाली उत्सव का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें व्हाइट हाउस के सैन्य बैंड द्वारा भगवान विष्णु की आरती ‘ओम जय जगदीश हरे’ बजाई जा रही है।
Happy Diwali from the White House! Together, may we show the power in the gathering of light. pic.twitter.com/IHKn2gvj5s
— The White House (@WhiteHouse) October 29, 2024
वायरल वीडियो में बैंड के सदस्य पियानो, सितार, वायलिन और ड्रम जैसे वाद्य यंत्रों पर ‘ओम जय जगदीश हरे’ बजाते हुए नजर आ रहे हैं। भारतीय और अमेरिकी उपस्थितजन इस मधुर धुन को ध्यानपूर्वक सुन रहे हैं और इसे रिकॉर्ड कर रहे हैं। वीडियो में व्हाइट हाउस की सजावट भी साफ देखी जा सकती है, जो दिवाली के अवसर पर अत्यंत आकर्षक और भव्य दिखाई दे रही है।
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की पहली डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर गीता गोपीनाथ ने इस वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए लिखा, “दिवाली पर व्हाइट हाउस मिलिट्री बैंड द्वारा ‘ओम जय जगदीश हरे’ सुनना अद्भुत अनुभव था। दिवाली की शुभकामनाएं।” वीडियो के शेयर होते ही यह तेजी से वायरल हो गया और लोगों की सकारात्मक प्रतिक्रियाएं आने लगीं।
Wonderful to hear the White House military band play Om Jai Jagdeesh Hare for Diwali. Happy Diwali 🪔 pic.twitter.com/lJwOrCOVpo
— Gita Gopinath (@GitaGopinath) October 31, 2024
राष्ट्रपति जो बिडेन ने इस आयोजन में शामिल होकर मेहमानों को संबोधित किया और कहा, “राष्ट्रपति के तौर पर मुझे व्हाइट हाउस में अब तक के सबसे बड़े दिवाली रिसेप्शन की मेजबानी करने का सम्मान मिला है। मेरे लिए, इसका बहुत महत्व है।” इस भव्य आयोजन पर सोशल मीडिया पर कई लोगों ने अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं।
एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा, “वाकई व्हाइट हाउस में दिवाली बड़े ही धूमधाम से मनाई गई है।” एक अन्य ने कहा, “ऐसा लग रहा है कि यह दिवाली अमेरिका में नहीं बल्कि भारत के किसी कोने में भव्यता से मनाई जा रही है।” वहीं, एक अन्य यूजर ने सवाल उठाते हुए लिखा, “अगर यह व्हाइट हाउस में अब तक की सबसे बड़ी दिवाली है, तो क्या यह बिना किसी गहन सोच और दूरगामी परिणामों के आयोजित किया गया है?”