पाकिस्तान को सता रहा कश्मीर मुद्दा हाथ से जाने का डर, कहा- इजराइल को मान्यता देंगे तो हमें घाटी पर राग अलापना छोड़ना होगा
चीन(China के साथ संबंधों पर पाक पीएम काफी इतराते हुए नजर आए। उन्होंने चीन के साथ पाकिस्तान(Pakistan) के संबंधों पर कहा कि, देश का भविष्य चीन से जुड़ा हुआ है जो हर मुश्किल समय में पाकिस्तान के साथ खड़ा रहा है।
नई दिल्ली। इजराइल को लेकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान बौखलाए हुए है। इजराइल को लेकर इमरान खान ने कहा कि, अगर हमने इजराइल को मान्यता दे दी तो कश्मीर को छोड़ना होगा। इमरान ने इजराइल (Israel) के साथ राजनयिक संबंध (Political Relation) स्थापित करने की किसी भी संभावना को स्पष्ट रूप से खारिज किया है।
निजी समाचार चैनल ‘दुनिया टीवी’ के साथ मंगलवार को एक साक्षात्कार में इमरान खान ने कहा, ‘इजराइल को लेकर हमारी नीति स्पष्ट है: कायदे आजम (मुहम्मद अली जिन्ना) ने कहा था कि पाकिस्तान तब तक कभी भी इजराइल को स्वीकार नहीं कर सकता जब तक फिलस्तीन के लोगों को अधिकार और एक स्वतंत्र देश नहीं मिल जाता।
इमरान खान ने साक्षात्कार में कहा कि पाकिस्तान और इजराइल के बीच राजनयिक संबंध नहीं हैं और उनके विमानों को एक-दूसरे के हवाई क्षेत्र का उपयोग करने की अनुमति नहीं है। उन्होंने कहा, ‘अगर हम इजराइल को मान्यता देते हैं और फलस्तीनियों द्वारा सामना किए गए अत्याचार को अनदेखा करते हैं तो हमें कश्मीर को भी छोड़ देना होगा और यह हम नहीं कर सकते हैं।’
दरअसल अभी कुछ दिन पहले ही संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और इजराइल के बीच हाल ही में शांति पहल की गई। इसी के संदर्भ में इमरान खान ने अपनी बात कही। यूएई इजराइल के साथ शांति समझौता करने वाला तीसरा अरब देश बन गया है। पाकिस्तान में यह भी सवाल पूछे जा रहे हैं कि जब अरब लोग बदलते क्षेत्रीय राजनीतिक समीकरण में इजराइल को स्वीकार कर रहे हैं तो तो पाकिस्तान इजराइल के प्रति एक विरोधी नीति क्यों अपना रहा है।
यूएई और इजराइल को लेकर जब खान से टिप्पणी करने के लिए कहा गया, तो उन्होंने कहा कि हर देश की अपनी विदेश नीति है। उन्होंने इस धारणा को भी खारिज कर दिया कि कश्मीर मुद्दे को लेकर पाकिस्तान के सऊदी अरब के साथ संबंधों में तनाव है। उन्होंने कहा, ‘सऊदी अरब हमारे प्रमुख मित्रों में से एक है और हमारे संबंध अभी भी भाईचारे वाले हैं और इसमें कोई बदलाव नहीं आया है।’
हालांकि चीन के साथ संबंधों पर पाक पीएम काफी इतराते हुए नजर आए। उन्होंने चीन के साथ पाकिस्तान के संबंधों पर कहा कि, देश का भविष्य चीन से जुड़ा हुआ है जो हर मुश्किल समय में पाकिस्तान के साथ खड़ा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि आने वाली सर्दियों में चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग पाकिस्तान की यात्रा करेंगे।