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Pakistan: PM मोदी का कायल हुआ पाकिस्तान, प्रधानमंत्री की अमेरिकी यात्रा की जमकर की तारीफ

पीएम मोदी की सफल अमेरिकी यात्रा को स्वीकार किया– इन पर्यवेक्षकों और विचारकों के लिए, भारत द्वारा कथित मानवाधिकार उल्लंघन पर अमेरिकी कांग्रेसियों का पत्र अमेरिका-भारत संबंधों में महत्वहीन था क्योंकि यह पूरी तरह से अर्थशास्त्र और व्यापार है जो मायने रखता है।

नई दिल्ली। दो जून की रोटी को मुहाल पाकिस्तान का आज हर एक शख्स पीएम मोदी का कायल है। आज हर पाकिस्तानी पीएम मोदी को उम्मीद के रूप में देख रहा है। वैसे तो पाकिस्तान की दुर्गति अपने चरम पर पहुंच चुकी है, लेकिन अफसोस कोई भी मुल्क उसकी मदद के लिए आगे नहीं आ रहा है और इसकी वजह कोई और नहीं, बल्कि खुद पाकिस्तान ही है। पाकिस्तान की आतंकी परस्त नीतियों की वजह से कोई भी उसकी मदद के लिए आगे नहीं आ रहा है। यह कहने में किसी को कोई गुरेज नहीं होना चाहिेए कि आज की तारीख में आतंकवाद के प्रति पाकिस्तान की उदारवादी नीतियों ने ही उसका बेड़ा-गर्क कर रखा है, जिसका खामियाजा वहां की जनता को भुगतना पड़ा है। बहरहाल, अब दुर्गति से छुटकारा पाने के लिए पाकिस्तान आगामी दिनों में क्या कुछ कदम उठाता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी, लेकिन उससे पहले आपको बता दें कि पाकिस्तान की ओर से भारत की जमकर तारीफ की गई है। आइए, आगे रिपोर्ट में आपको बताते हैं कि पाकिस्तान ने अपनी तारीफ में क्या कुछ कहा है।

PM MODI And bIDEN

दरअसल, पाकिस्तान ने प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिकी यात्रा की तारीफ की है। पाकिस्तान ने इस बात को स्वीकार किया है कि नरेंद्र मोदी की इस यात्रा से द्विपक्षीय संबंध मजबूत होंगे।जिससे दोनों ही देशों को आर्थिक मोर्चे पर बड़ा फायदा पहुंचेगा। बीते दिनों पीएम मोदी ने अपनी यात्रा के दौरान कई समझौते किए थे। बहुत मुमकिन है कि आगामी इस समझौते के मूर्त रूप लेने के बाद दोनों को कई मोर्चे पर फायदा पहुंचेगा। वहीं, पाकिस्तान ने आगे कहा कि पीएम मोदी की अमेरिकी यात्रा के दौरान कई अमेरिकी उद्योगपति भी शामिल हुए थे। इन उद्योगपतियों ने पीएम मोदी के साथ मिलाकर कई अहम ऐलान किए हैं। बता दें कि इस ऐलान के मूर्त रूप लेने के बाद दोनों देशों को आर्थिक मोर्चे पर बड़ा फायदा पहुंचेगा।

पाकिस्तान द्वारा जारी किए गए बयान में आगे कहा कि पाकिस्तानियों ने पीएम मोदी की सफल अमेरिकी यात्रा को स्वीकार किया– इन पर्यवेक्षकों और विचारकों के लिए, भारत द्वारा कथित मानवाधिकार उल्लंघन पर अमेरिकी कांग्रेसियों का पत्र अमेरिका-भारत संबंधों में महत्वहीन था क्योंकि यह पूरी तरह से अर्थशास्त्र और व्यापार है जो मायने रखता है।

पाकिस्तान ने अपने वक्तव्य में कहा कि पाक बुद्धिजीवियों के इस तर्कसंगत वर्ग ने कहा कि प्रथम महिला की देखरेख में व्हाइट हाउस में आयोजित राजकीय रात्रिभोज एक बड़ा बयान और भारतीय नरम शक्ति का प्रदर्शन था। पाकिस्तानियों ने पीएम मोदी की सफल अमेरिकी यात्रा को स्वीकार किया – पाक बुद्धिजीवियों का मानना ​​है कि पाकिस्तानी पीएम मोदी की बेहद सफल यात्रा से बहुत कुछ सीख सकते हैं, जिसकी हर जगह सकारात्मक चर्चा हुई।

इसके अलावा पाकिस्तान की ओर से पीएम मोदी की मिस्र यात्रा पर भी बयान जारी किया गया जिसमें कहा गया है कि मिस्र अपनी अर्थव्यवस्था और भू-राजनीतिक स्थिति दोनों के संदर्भ में एशिया और विश्व स्तर पर भारत के बढ़ते प्रभाव के बढ़ते महत्व को स्वीकार करता है।

ध्यान दें कि पाकिस्तान की ओर से यह बयान ऐसे वक्त में जारी किया गया है, जब भारत में पीएम मोदी की अमेरिकी यात्रा की विपक्षियों द्वारा लगातार आलोचना की जा रही है। हालांकि, कई सियासी विश्लेषक इस बात को मानने के लिए बाध्य हैं कि पीएम मोदी के कार्यकाल में भारत की विदेश नीति अन्य देशों की तुनला में काफी मजबूत हुई है, जिसका फायदा आगामी दिनों में आर्थिक मोर्चे पर जरूर होगा।