
इस्लामाबाद। पाकिस्तान की हालत खराब है। महंगाई चरम पर है। आम लोग रोटी नहीं खरीद पा रहे और पीएम इमरान खान आए दिन कटोरा लेकर चीन और सऊदी अरब से भीख देने की गुजारिश करते दिखते हैं, लेकिन इन सबके बीच कश्मीर को हासिल करने का सपना अब भी देखना जारी है। इमरान खान ने एक बार फिर कश्मीर का रोना रोया है। आज सुबह ट्वीट के जरिए इमरान का ये रोना पूरी दुनिया में दिखा। इमरान खान ने कहा कि कश्मीर में संयुक्त राष्ट्र की निगरानी में सुरक्षा परिषद UNSC का जनमत संग्रह का फैसला अभी तक पूरा नहीं हुआ है। जम्मू-कश्मीर से संबंधित भारतीय संविधान के अनुच्छेद 370 को खत्म करने के लिए इमरान ने पीएम नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा।
ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है। इमरान खान इससे पहले भी भारत के खिलाफ जहर उगलते रहे हैं। दिसंबर 2021 में इस्लामाबाद में उनकी सरकार ने कश्मीर पर कॉन्क्लेव कराया था। उसमें भी इमरान ने कश्मीर पर विवादित बयान देते हुए कहा था कि कश्मीर के मुद्दे ने पूरे दक्षिण एशिया को बंधक बनाकर रखा है। उन्होंने ये आरोप भी लगाया था कि भारत ने कश्मीर पर पाकिस्तानी प्रयासों को नहीं समझा और इसे कमजोरी मान लिया। वहीं, भारत सरकार लगातार कहती है कि कश्मीर हमारा है। दरअसल, 1971 में बांग्लादेश का हिस्सा अलग होने के बाद से ही पाकिस्तान किसी भी सूरत में कश्मीर को हासिल करना चाहता है। इस केंद्र शासित प्रदेश का बड़ा हिस्सा अब भी उसके अवैध कब्जे में है।
The UNSC commitment of a UN-supervised plebiscite in Kashmir remains unfulfilled as the Hindutva Modi govt brazenly violates UNSC resolutions, int humanitarian laws & int conventions incl 4th Geneva Convention; & commits war crimes by seeking to alter status & demography of IIOJK
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) January 5, 2022
इमरान खान ने पीएम मोदी पर भी जमकर भड़ास निकाली है। इमरान ने ट्वीट में लिखा कि हिंदुत्ववादी मोदी सरकार ने सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों, मानवीय कानूनों और जेनेवा कन्वेंशन की चौथी बैठक समेत अंतरराष्ट्रीय बिरादरी की कश्मीर पर तमाम कोशिशों का बेशर्मी से उल्लंघन किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि कश्मीर में हालात और जनसंख्या को बदलने का तरीका अपनाकर भारत ने युद्ध अपराध भी किया है। खास बात ये है कि इमरान का कश्मीर पर इस तरह का बयान उस वक्त आया है, जब उसके खास दोस्त चीन के साथ भारत का तनाव फिर से बढ़ गया है। माना जा रहा है कि चीन के उकसावे पर ही पाकिस्तान के पीएम इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं।