
नई दिल्ली। पहलगाम में हुए हमले की दुनिया भर के देश निंदा कर रहे हैं। बहुत से राष्ट्राध्यक्षों ने पीएम नरेंद्र मोदी को फोन कर अपनी संवेदना जताई है और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत का साथ देने की बात कही है। वहीं पाकिस्तान की बेशर्मी अब भी जारी है और वो अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री इशाक डार ने बेहद विवादित बयान देते हुए कहा है कि पहलगाम में हमला करने वाले लोग स्वतंत्रता सेनानी हो सकते हैं। वहीं पाकिस्तान के रक्षा मंत्री आसिफ ख्वाजा ने इस बात को कबूल किया है कि उनका देश पिछले 30 सालों से टेरर फंडिंग कर रहा है।
स्काई न्यूज से बात करते हुए कहा आसिफ ख्वाजा ने कहा कि पाकिस्तान आतंकी समूहों को धन मुहैया करा रहा है और उनका समर्थन कर रहा है। उन्होंने कहा कि हम अमेरिका और ब्रिटेन के लिए तीन दशकों से यह गंदा काम कर रहे हैं और हमें इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़े हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि यह हमारी गलती थी। लश्कर ए तैयबा के बारे में सवाल किए जाने पर पाकिस्तान के रक्षा मंत्री बोले अब वो संगठन खत्म हो चुका है। लश्कर अब पुरानी बात हो चुकी है।
पहलगाम आतंकी हमले की जिम्मेदारी लेने वाले आतंकी संगठन दि रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) के बारे में उन्होंने जानकारी होने से ही इनकार कर दिया। बता दें कि पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े एक्शन लिए हैं। 1960 में दोनों देशों के बीच हुई सिंधु जल संधि को रद्द कर दिया है। पाकिस्तानियों को वीजा पर रोक लगा दी है और जो भी पाकिस्तानी वैध दस्तावेज के साथ भारत में हैं उन्हें 30 अप्रैल तक भारत छोड़ने को कहा है। अटारी बॉर्डर भी बंद करने का फैसला मोदी सरकार ने किया है। हालांकि इसके जवाब में पाकिस्तान ने भी इसी तरह के फैसले लिए हैं।