यरुशलम। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फतेह अल-सिसी के बीच टेलीफोन पर बातचीत के बाद गाजा में रहने वाले फिलिस्तीन के लोगों के लिए बड़ी राहत की खबर आई है। बाइडेन के आग्रह पर मिस्र के राष्ट्रपति ने रफाह सीमा के जरिए दक्षिणी गाजा में भोजन सामग्री और अन्य जरूरी सामान से भरे कम से कम 20 ट्रक भेजने को मंजूरी दे दी है। अब तक मिस्र ने रफाह सीमा का गेट नहीं खोला था। पिछले 12 दिन से गाजा में इजरायल ने भोजन और जरूरी चीजें बंद कर रखी हैं। पहले इजरायल ने गाजा में पानी की सप्लाई भी बंद की थी। बाद में दक्षिणी गाजा में पानी की सप्लाई बहाल की गई। जो बाइडेन ने मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फतेह अल-सिसी से बातचीत के बाद बताया कि शुक्रवार तक हर हाल में दक्षिणी गाजा तक रफाह सीमा के जरिए फिलिस्तीन के लोगों तक राहत सामग्री पहुंच जाएगी।
#WATCH | On Board Air Force One, US President Joe Biden says “He (Egyptian President Abdel Fattah El–Sisi) agreed that he would open the gate to let up to 20 trucks through to begin with…They expect it’ll take about 8 hours, probably until Friday…This has been a very blunt… https://t.co/e6V5dkiod5 pic.twitter.com/YbLysH7x82
— ANI (@ANI) October 18, 2023
वहीं, इजरायल ने गाजा में राहत सामग्री पहुंचाने के बाइडेन और अल-सिसी के फैसले पर 3 शर्तें लगा दी हैं। इजरायल ने साफ कर दिया है कि जब तक हमास के कब्जे से उसके बंधक नहीं लौटते, वो अपनी सीमा से गाजा में किसी भी मानवीय मदद की मंजूरी नहीं देगा। दूसरी शर्त इजरायल ने ये रखी है कि वो मिस्र से मानवीय मदद को तब तक नहीं रोकेगा, जब तक ये सिर्फ दक्षिणी गाजा के लोगों के लिए है। इस मानवीय मदद में भोजन, पानी और दवा होगी। साथ ही इजरायल ने कहा है कि अगर हमास तक मिस्र की ये मानवीय मदद की सामग्री पहुंची, तो वो इसे वो हर हाल में रोकेगा। तीसरी शर्त इजरायल ने ये रखी है कि इजरायल के बंधकों तक रेड क्रॉस को जाने दिया जाए।
इजरायल ने इससे पहले उत्तरी गाजा में रहने वाले फिलिस्तीन के लोगों से कहा था कि वो इलाका खाली कर दक्षिणी गाजा चले जाएं। इसके बाद करीब 6 लाख फिलिस्तीनी दक्षिणी गाजा चले गए थे। मंगलवार रात को गाजा में अल-अहली अस्पताल पर हमला हुआ। जिसके बाद इजरायल-हमास जंग में माहौल गरमा गया है। अल-अहली अस्पताल पर हमले के बारे में हमास ने इजरायल पर आरोप लगाया। वहीं, इजरायल ने दावा किया है कि फिलिस्तीन के इस्लामिक जेहाद आतंकियों की तरफ से दागी गई मिसाइल बीच में रास्ता बदलकर अल-अहली अस्पताल पर जा गिरी। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी इजरायल के दावे को सही बताया है। वहीं, फिलिस्तीन प्रशासन और अरब देश इजरायल को अल-अहली अस्पताल पर हमले का जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।