newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

PM Narendra Modi Honored With Guyana’s Highest Honor ‘The Order of Excellence’ : पीएम नरेंद्र मोदी गुयाना के सर्वश्रेष्ठ सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ एक्सीलेंस’ से सम्मानित, भारत के लोगों को किया समर्पित

PM Narendra Modi Honored With Guyana’s Highest Honor ‘The Order of Excellence’ : मोदी ने कहा कि मैं ‘द ऑर्डर ऑफ एक्सीलेंस’ प्रदान करने के लिए राष्ट्रपति डॉ. इरफान अली और गुयाना के लोगों का आभारी हूं। यह सम्मान भारत के लोगों का है। आने वाले समय में भारत-गुयाना मित्रता और भी मजबूत होगी।

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जहां भी जाते हैं लोग उनके व्यक्तित्व के कायल हो जाते हैं और उनको विशेष सम्मान देते हैं। गुयाना यात्रा पर गए मोदी को वहां के सर्वश्रेष्ठ सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ एक्सीलेंस’ से सम्मानित किया गया है। गुयाना के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद इरफान अली ने पीएम मोदी को यह विशिष्ट सम्मान से नवाजा। इस सम्मान को प्राप्त करने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि मैं ‘द ऑर्डर ऑफ एक्सीलेंस’ प्रदान करने के लिए राष्ट्रपति डॉ. इरफान अली और गुयाना के लोगों का आभारी हूं। यह सम्मान भारत के लोगों का है। आने वाले समय में भारत-गुयाना मित्रता और भी मजबूत होगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बोले, डॉ. मोहम्मद इरफान अली ने अपने देश की अर्थव्यवस्था के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और उनके नेतृत्व में प्रगति जारी है। आज की चर्चा के दौरान, मैंने भारत के लोगों के प्रति उनके स्नेह और आदर को महसूस किया। भारत भी गुयाना के साथ हर क्षेत्र में कंधे से कंधा मिलाकर चलने के लिए तैयार है। दो लोकतंत्रों के रूप में हमारा सहयोग केवल द्विपक्षीय संबंधों के लिए नहीं बल्कि पूरे ग्लोबल साउथ के लिए महत्वपूर्ण है।

मोदी बोले, गुयाना जो नदियों, झरनों और झीलों से समृद्ध है, जिसे ‘लैंड ऑफ मैनी वॉटर्स’ के रूप में जाना जाता है। जिस तरह से गुयाना की नदियां यहां के लोगों की सांस्कृतिक पहचान का अभिन्न अंग हैं, उसी तरह भारत की गंगा, यमुना और ब्रह्मपुत्र जैसी नदियाँ हमारी प्राचीन सभ्यता की जन्मस्थली रही हैं। दोनों देशों में जल को सामाजिक और सांस्कृतिक गौरव का स्थान दिया गया है। राष्ट्रपति इरफ़ान अली ने अपने संबोधन में भारत से मिली सहायता का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि जब जब दुनिया भर के कई देशों ने हमें बताया कि हमें कोविड टीकों के लिए इंतजार करना होगा तब भारत ने हमें 80,000 वैक्सीन दी। भारत आगे आया और कहा, हमारे पास जो कुछ भी है, उसे हम सभी के साथ साझा करेंगे, यह उल्लेखनीय है।