नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नाइजीरिया के राष्ट्रपति बोला अहमद टीनूबू को एक सिलोफर पंचामृत कलश उपहार में दिया। यह कलश महाराष्ट्र के कोल्हापुर की पारंपरिक शिल्प कौशल का एक अद्भुत उदाहरण है। सिलोफर पंचामृत कलश उच्च गुणवत्ता वाली चांदी से बना है, जिसे कौशल और सटीकता के साथ आकार दिया गया है। इसमें कोल्हापुर के प्रसिद्ध धातुकर्म की विशिष्ट सुरुचिपूर्ण नक्काशी बनाई गई है, जिसमें रूपांकनों के साथ फूल, देवताओं के चित्र और कोल्हापुर की पारम्परिक डिजाइन शामिल है। कलश के हैंडल और ढक्कन को इस प्रकार से तैयार किया गया है कि धार्मिक या अन्य समारोहों के दौरान आसानी से इसका उपयोग किया जा सके। सिलोफर कलश के जरिए दूध, दही, घी, शहद और चीनी का एक पवित्र मिश्रण जिसे पंचामृत कहते हैं, परोसा जाता है।
PM Narendra Modi gifted the President of Nigeria a Silofar Panchamrit Kalash (Pot) which is a stunning example of traditional craftsmanship from Kolhapur, Maharashtra.
This Silofar Panchamrit Kalash is made from high-quality silver, shaped with skill and precision. It features… pic.twitter.com/pPgZigQEzP
— ANI (@ANI) November 18, 2024
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रविवार को नाइजीरिया के दूसरे सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान ‘द ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द नाइजर’ से नवाजा गया था। नाइजीरियाई राष्ट्रपति बोला अहमद टिनूबू ने पीएम मोदी को अपने देश के इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से किया। पीएम मोदी ने इस सम्मान को भारत-नाइजीरिया रिश्तों को समर्पित करते हुए आभार जताया था। नाइजीरिया का दूसरा सर्वोच्च सम्मान पाने वाले पीएम नरेंद्र मोदी दूसरे विदेशी शख्स हैं। मोदी से पहले ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ को साल 1969 में इस विशिष्ट सम्मान से सम्मानित किया गया था।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फिलहाल तीन देशों की यात्रा पर गए हुए हैं। 17-18 नवम्बर को पीएम मोदी दो दिवसीय नाइजीरियाई दौरे पर रहे इसके बाद वो ब्राजील चले जाएंगे। भारत के किसी पीएम का 17 साल बाद नाइजीरिया का दौरा है। ब्राजील में जी20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के बाद पीएम मोदी गुयाना भी जाएंगे। पीएम मोदी का गुयाना दौरा भी बहुत अहम है, क्योंकि पिछले 50 साल में भारत का कोई भी प्रधानमंत्री वहां नहीं गया है।