मॉस्को। रूस में भाड़े के सैनिकों वाले वैगनर ग्रुप के चीफ येवगेनी प्रिगोझिन के बगावत करने की खबर है। मीडिया की खबरों के मुताबिक प्रिगोझिन ने बयान जारी किया है कि वो रूस में सैन्य सत्ता को हटाने के लिए खुद और 25000 लड़ाकों का बलिदान देने के लिए तैयार है। प्रिगोझिन ने कहा है कि इसके बाद और 25000 लड़ाके इस काम के लिए बलिदान देंगे। खबर ये भी आ रही है कि वैगनर ग्रुप के लड़ाकों ने रूस के एक लड़ाकू विमान और दो हेलीकॉप्टर को मार गिराया है। वैगनर ग्रुप ने सैन्य मुख्यालय पर कब्जे का दावा भी किया है। रोस्तोव शहर में भी वैगनर के लड़ाकों के घुसने की अपुष्ट खबर है। बीते दिनों ही वैगनर ग्रुप ने यूक्रेन का बखमुत शहर जीतकर रूस को दिया था। उस वक्त वहां पहुंचे प्रिगोझिन ने काफी खुशी मनाई थी।
The head of Russia’s Wagner Group mercenary organization has for the first time publicly rejected Moscow’s official justifications for the war in Ukraine, marking a new milestone in the monthslong feud between Prigozhin and Russia’s top military brass https://t.co/kHWQZRrJmR pic.twitter.com/D83Rz0CQPo
— Reuters (@Reuters) June 24, 2023
इससे पहले खबर आई थी कि रूस की राजधानी मॉस्को में वैगनर ग्रुप की बगावत से निपटने के लिए टैंक और सैनिक उतारे गए हैं। रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू के हवाले से बताया गया था कि प्रिगोझिन को अपने लड़ाकों समेत हथियार डालने के लिए कहा गया है। हालांकि, शोइगू के इस बयान के बाद ही येवगेनी प्रिगोझिन ने रूसी सत्ता को पलटने के लिए अपने इरादों का एलान किया। इससे यूक्रेन से एक साल से भी ज्यादा वक्त से जंग लड़ रहे रूस के लिए दिक्कत पैदा हो सकती है।
दरअसल, रूस की सेना और वैगनर ग्रुप के प्रमुख प्रिगोझिन के बीच लंबे समय से टकराव है। रूस की एफएसबी खुफिया सेवा ने प्रिगोझिन पर केस भी दर्ज किया है। प्रिगोझिन की बगावत को अगर रूस कुचलकर वैगनर ग्रुप के चीफ को बंदी बना लेता है, तो येवगेनी को 20 साल तक की कैद हो सकती है। रूस के रक्षा मंत्री का दावा है कि वैगनर ग्रुप के लड़ाके कभी भी मॉस्को में दाखिल नहीं हो सकेंगे। वहीं, येवगेनी प्रिगोझिन ने दावा किया है कि उसके लड़ाके रूस की सीमा में दाखिल हो चुके हैं। फिलहाल इन खबरों की पुष्टि नहीं हो सकी है। खास बात ये है कि प्रिगोझिन किसी वक्त पुतिन का शेफ हुआ करता था। वो पुतिन का बहुत करीबी माना जाता रहा है, लेकिन अब बगावत की है। प्रिगोझिन के लड़ाकों को बखमुत जीतने में बहुत कठिनाई का सामना करना पड़ा था। वैगनर ग्रुप ने तब आरोप लगाया था कि रूस की तरफ से हथियारों की सप्लाई कम है। जिसकी वजह से उसके लड़ाकों की जान भी जा रही है।