
नई दिल्ली। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि वो यूक्रेन के साथ जारी युद्ध को रोकने के लिए तैयार हैं। हालांकि पुतिन ने इस सीज फायर के लिए कुछ शर्तें भी रखी हैं। रूसी राष्ट्रपति के अनुसार अगर यूक्रेन रूस द्वारा कब्जा किए गए क्षेत्रों से अपने सैनिकों को वापस बुलाना शुरू कर दे और नाटो में शामिल होने की अपनी योजना को छोड़ दे तो वह बिना देर किए युद्ध रोकने का आदेश दे देंगे।
पुतिन ने कहा कि हम बिना देरी किए बातचीत के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि ये शर्त इसलिए रखी है ताकि पिछले काफी समय से जारी इस युद्ध का अंतिम समाधान निकाला जा सके। रूस के राष्ट्रपति पुतिन के इस बयान को लेकर फिलहाल अभी तक यूक्रेन की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। रूस के राष्ट्रपति ने कहा कि हम इतिहास के दर्दनाक पन्नों को पलटने की और रूस, यूक्रेन तथा यूरोप के बीच एकता बहाल करने की प्रक्रिया में आगे बढ़ने का आग्रह कर रहे हैं। रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि कीव को अपने क्षेत्रीय लाभ को पहचानना चाहिए और इसी बात को ध्यान में रखते हुए आगे का फैसला लेना चाहिए जो सभी के हित में हो। हालांकि रूस की ओर से जो ये मांगें रखी गई हैं वो नई नहीं हैं। रूस युद्ध को रोकने के लिए रूस द्वारा पहले भी ऐसी मांगें रखी जा चुकी हैं।
Had a very productive meeting with President Volodymyr Zelenskyy. India is eager to further cement bilateral relations with Ukraine. Regarding the ongoing hostilities, reiterated that India believes in a human-centric approach and believes that the way to peace is through… pic.twitter.com/XOKA0AHYGs
— Narendra Modi (@narendramodi) June 14, 2024
रूसी राष्ट्रपति पुतिन की ये टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब इटली में जी7 देशों की महत्वपूर्ण बैठक के दौरान यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात हुई है। अब देखना यह है कि रूसी राष्ट्रपति की मांगों का यूक्रेन क्या जवाब देता है? क्या यूक्रेन युद्ध विराम के लिए अपने क्षेत्रों से दावा छोड़कर सैनिकों को वापस बुलाएगा और क्या नाटो में शामिल होने की अपनी योजना को छोड़ देगा, सबकी निगाहें अब इसी सवाल के जवाब पर हैं।