नई दिल्ली। पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान आर्थिक कंगाली से इन दिनों जूझ रहा है। पाकिस्तान में आर्थिक हालात इतने बुरे हैं कि वहां के लोग सड़कों पर उतर कर अपनी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच चीन समेत दुनियाभर के अपने मित्र देशों से पाकिस्तान मदद की आस लगाए बैठे हैं इसीलिए आजतक डिफॉल्टर होने की कगार पर खड़े पाकिस्तान ने उइगर मुस्लिमों के मुद्दे पर कभी भी चीन की आलोचना नहीं की। पाकिस्तान हमेशा चीन के साथ करीबी संबंधों का बहाना बनाकर इस मुद्दे से पल्ला झाड़ता रहा है। लेकिन इस बार चीन में ही उसके दूतावास ने उइगर मुस्लिमों की आजादी की बात बोल डाली।
गौरतलब है कि पाकिस्तान के मित्र चीन के शहर चेंगदू में पाकिस्तानी वाणिज्य दूतावास द्वारा किए गए ट्वीट ने सभी को चौंका दिया। वाणिज्य दूतावास ने ट्वीट करके कहा, “MoFA (विदेश मंत्रालय) पाकिस्तान बाढ़ पुनर्निर्माण के लिए चीनी सहायता और समर्थन के लिए आभारी है। हम (चीन के साथ) उइगर समुदाय के अधिकारों और स्वतंत्रता सहित पारस्परिक हितों के मामलों पर बारीकी से काम करेंगे।” बोला पाकिस्तान- अकाउंट हैक हो गया पाक दूतावास के ट्विटर हैंडल @PakinChengdu की ओर से 13 जनवरी को शाम 4 बजकर 14 मिनट पर एक ट्वीट किया गया। हालांकि जैसे ही चीनी शहर चेंगदू में पाकिस्तानी वाणिज्य दूतावास का यह ट्वीट वायरल हुआ वैसे ही पाक विदेश मंत्रालय का इस पर बयान सामने आ गया।
आपको बता दें कि पाक विदेश कार्यालय (एफओ) ने शुक्रवार को कहा कि चीनी शहर चेंगदू में पाकिस्तानी वाणिज्य दूतावास का आधिकारिक ट्विटर अकाउंट “हैक” कर लिया गया। विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलूच ने कहा, “आज से, इस अकाउंट से जारी कोई भी ट्वीट या संदेश पाकिस्तानी वाणिज्य दूतावास जनरल चेंगदू द्वारा नहीं किया गया है और न ही यह पाकिस्तान सरकार की स्थिति को दर्शाता है।” यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान इस तरह की मुसीबत में फंसा है। इससे पहले अफगान शहर कंधार में भी पाकिस्तानी वाणिज्य दूतावास का अकाउंट हैक कर लिया गया था। दिसंबर 2021 में, सर्बिया में पाकिस्तान के दूतावास का आधिकारिक ट्विटर अकाउंट हैक कर लिया गया था और बढ़ती महंगाई और कथित तौर पर तीन महीने के वेतन का भुगतान न करने का हवाला देते हुए पूर्व पीएम इमरान खान पर निशाना साधा था। चीन पर लगे हैं गंभीर आरोप चीन पर इसके झिंजियांग क्षेत्र में दस लाख से अधिक उइगरों और अन्य मुसलमानों को गिरफ्त में रखने का आरोप लगाया है।