नई दिल्ली। भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर पिछले 12 दिनों से अंतरिक्ष में फंसे हुए हैं क्योंकि उनके स्पेसक्राफ्ट में तकनीकी खराबी आ गई है। स्पेसक्राफ्ट में आई खराबी के चलते उसमें से हीलियम लीक हो रहा है और इस कारण अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने चौथी बार उनकी वापसी टाल दी है। फिलहाल नासा की ओर ये उनकी वापसी की नई तारीख घोषित नहीं की गई है।
बुच विल्मोर और सुनीता विलियम्स ने स्पेसक्राफ्ट बोइंग स्टारलाइनर में सवार होकर 5 जून 2024 को अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरी थी। इस स्पेसक्राफ्ट को 13 जून को धरती पर वापस लौटना था लेकिन तकनीकी गड़बड़ी के चलते ऐसा नहीं हो सका और बार-बार वापसी रोक दी गई। अब सबसे बड़ी चिंता वाली बात यह है कि बोइंग स्टारलाइनर में 45 दिन का ईंधन होता है। जैसे-जैसे दिन बढ़ रहे हैं ईंधन कम होता जा रहा है। अब इन दोनों अंतरिक्ष यात्रियों की सुरक्षित वापसी के लिए नासा को जल्द से जल्द तकनीकी खराबी को दूर करना होगा या फिर दूसरे अंतरिक्षयान की व्यवस्था करनी होगी।
आईएसएस से धरती तक का सफर छह घंटे में पूरा होगा। इस बारे में नासा का कहना है कि सिस्टम में खामियों के बावजूद, स्टारलाइनर एस्ट्रोनॉट्स को लेकर धरती पर लौटने में सक्षम है। लेकिन अगर फिर भी स्टारनाइनर को लेकर जरा भी अंदेशा हुआ तो स्पेस एक्स कंपनी के क्रू ड्रैगन यान के जरिए दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को वापस लाया जा सकता है।
आपको बता दें कि सुनीता विलियम्स पहले भी दो बार साल 2006 और 2012 में अंतरिक्ष की यात्रा कर चुकी हैं। अंतरिक्ष पर जाने वाली सुनीता विलियम्स भारतीय मूल की दूसरी महिला हैं। उनसे पहले कल्पना चावला ने यह कारनामा किया था। साल 1987 में यूएस नेवल एकेडमी से ग्रेजुएट होने के बाद सुनीता ने नासा ज्वाइन किया था। इसके बाद साल 1998 में सुनीता को अंतरिक्ष यात्री के तौर पर चुना गया।