नई दिल्ली। बीते शुक्रवार, 27 सितंबर को इजरायल द्वारा किए गए हवाई हमले में मारे गए हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरुल्लाह का शव बरामद कर लिया गया है। सुरक्षा और मेडिकल टीम ने नसरुल्लाह का शव हमले वाली जगह से बरामद किया। इजरायल द्वारा लगातार हिजबुल्लाह के ठिकानों पर हमले किए जा रहे हैं, और ताजा घटनाक्रम में रविवार, 29 सितंबर को लेबनान से सटी सीमा पर इजरायल ने अपने टैंक तैनात कर दिए हैं। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, हिजबुल्लाह नेता हसन नसरुल्लाह का शव सही-सलामत बरामद हुआ है। दो सूत्रों ने रॉयटर्स को इस बात की पुष्टि की है। एक मेडिकल सूत्र और एक सुरक्षा स्रोत ने जानकारी दी कि बेरूत के दक्षिणी उपनगरों में इजरायली हवाई हमले के बाद नसरुल्लाह का शव बिना किसी बड़े घाव के सही हालत में मिला।
कैसे हुई नसरुल्लाह की मौत?
सूत्रों के अनुसार, नसरुल्लाह के शरीर पर कोई बड़ा घाव नहीं था, लेकिन यह माना जा रहा है कि उसकी मौत का कारण बम धमाके से हुआ ट्रॉमा हो सकता है। इजरायल ने इस हमले के बारे में बयान जारी करते हुए कहा है कि वह हिजबुल्लाह के ठिकानों पर अपने हमले जारी रखेगा। इजरायली सेना ने हाल ही में बयान दिया है कि पिछले कुछ घंटों के दौरान उसने लेबनान में हिजबुल्लाह के कई ठिकानों पर हमले किए हैं। सेना का कहना है कि इन हमलों का उद्देश्य हिजबुल्लाह के रॉकेट लॉन्चर और हथियार गोदामों को तबाह करना था।
🚨 Nasrallah body has been taken out of the bunker by the digging crews. https://t.co/nWyFP3vzvX pic.twitter.com/AUj1iJNJyQ
— BigBreakingWire (@BigBreakingWire) September 29, 2024
महीनों की मेहनत से मिली सफलता
सूत्रों के अनुसार, हिजबुल्लाह के इस नेता पर हमला महीनों की योजना और खुफिया जानकारी के बाद किया गया था। इजरायली सेना ने दक्षिण बेरूत में एक अंडरग्राउंड बंकर पर सटीक हमला किया, जहां नसरुल्लाह और हिजबुल्लाह के अन्य नेता एक बैठक कर रहे थे। यह बंकर बेरूत की एक व्यस्त सड़क के नीचे लगभग 60 फीट गहराई में स्थित था।
इजरायल की बढ़ती कार्रवाई
पिछले कुछ हफ्तों से इजरायली रक्षा बल ने लेबनान के अंदर अपने हमलों को तेज कर दिया है। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इन हमलों का उद्देश्य स्पष्ट करते हुए कहा है कि उनका लक्ष्य हिजबुल्लाह जैसे आतंकवादी संगठन को नष्ट करना है, जो इजरायली नागरिकों पर हमले की योजना बना रहा था।
नसरुल्लाह की मौत के बाद क्षेत्रीय तनाव बढ़ा
हसन नसरुल्लाह की मौत के बाद, लेबनान और इजरायल के बीच तनाव और बढ़ सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह घटना क्षेत्रीय अस्थिरता को और बढ़ावा दे सकती है। हिजबुल्लाह की ओर से इस हमले के बाद कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन इस समूह के समर्थकों में गुस्सा और रोष देखा जा रहा है।