यरुशलम। गाजा में इजरायल ने 46 दिन बाद युद्धविराम किया है। कतर की मध्यस्थता से आतंकी संगठन हमास और इजरायल के बीच युद्धविराम की नौबत आई है। हमास ने इजरायल के 50 बंधकों को रिहा करने और बदले में करीब 300 फिलिस्तीनियों की रिहाई करने की बात के साथ युद्धविराम करने की शर्त रखी थी। दोनों पक्षों के बीच फिलहाल 4 दिन का युद्धविराम हुआ है। हमास ने इससे पहले दो बार में चार बंधकों को रिहा किया था। ये सभी अन्य देशों के बंधक थे। इजरायल ने हमास पर आरोप लगाया है कि उसने 7 अक्टूबर को हमले के बाद 240 लोगों को बंधक बना लिया। वहीं, हमास पहले कह चुका है कि गाजा पर इजरायल की बमबारी में कई बंधक मारे गए हैं। अब बताया जा रहा है कि हमास अपने कब्जे से महिलाओं और बच्चों को आज से छोड़ना शुरू कर देगा।
इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतनयाहू ने हालांकि ये भी कहा है कि हमास को पूरी तरह खत्म करने के लिए युद्ध अभी जारी रहेगा। नेतनयाहू ने 7 अक्टूबर को अपने देश पर हमास के भीषण आतंकी हमले के जवाब में उसे मिटाने की कसम खाई थी। इजरायल के विमानों ने लगातार गाजा पर बमबारी की और फिर इजरायल की सेना भी गाजा में दाखिल हुई। इजरायल के सैनिक गाजा में जमीन के नीचे हमास आतंकियों की सुरंगों को भी बारूद लगाकर नष्ट कर रहे हैं। गाजा में हमास के इन सुरंगों की लंबाई 500 किलोमीटर बताई जाती है। यहां तक कि हमास आतंकियों ने अस्पतालों के नीचे भी सुरंगों का जाल बिछाया और इन अस्पतालों को अपने ठिकानों के तौर पर इस्तेमाल किया। इजरायल की सेना लगातार इसके सबूत अंतरराष्ट्रीय समुदाय को दे रही है। हमास ने इजरायल के इन सबूतों को अभी नकारा नहीं है।
इजरायल पर हमास के 1000 से ज्यादा आतंकियों ने 7 अक्टूबर को धावा बोला था। उन्होंने जमकर खून की होली खेली थी। हमास आतंकियों के हमले में इजरायल और अन्य देशों के 1400 से ज्यादा लोगों की जान गई थी। 4500 लोग घायल हुए थे। इस हमले के बाद ही इजरायल ने हमास के खिलाफ युद्ध का एलान किया था। इजरायल ने गाजा पर हमला बोला और वहां के फिलिस्तीनी नागरिकों को उत्तर का इलाका खाली कर दक्षिण में जाने को कहा। वहीं, हमास का दावा है कि इजरायल के हमले से गाजा में 18000 के करीब लोग मारे गए हैं और बमबारी से 20000 लोग घायल हुए हैं।