
नई दिल्ली। भारत की कड़ी कार्रवाई के बाद कनाडा के सख्त तेवर ढीले पड़ चुके हैं। कल तक भारत पर अर्नगल आरोप लगाने वाले कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो कह रहे हैं कि हम नई दिल्ली के साथ अपने संबंध सुधारना चाहते हैं। हम नई दिल्ली के साथ किसी भी प्रकार के विवाद को तूल नहीं देना चाहते हैं। हमें उम्मीद है कि आगामी दिनों में इसके बाद से भारत की ओर से सकारात्मक प्रतिक्रिया सामने आएगी। बता दें कि ट्रूडो ने अपने बयान में यह भी कहा कि हम भारत में रह रहे कनाडाई परिवारों को हर संभंव मदद पहुंचाना चाहते हैं।
Canada is not looking to escalate the situation with India, will continue to engage responsibly and constructively with New Delhi. We want to be on the ground in India to help the Canadian families there- PM Justin Trudeau: Reuters
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— ANI (@ANI) October 3, 2023
ध्यान दें , कनाडा का यह बयान ऐसे वक्त में सामने आया है, जब केंद्र सरकार ने कनाडा के 40 राजनयिकों को आगामी 10 अक्टूबर तक देश छोड़ देने को कहा है। वहीं, देश नहीं छोड़ने पर सरकार की ओर से मिलने वाली सभी राजनयिक सुविधाएं देना बंद कर दी जाएंगी। बहरहाल , अब इस पूरे मामले में आगामी दिनों में क्या कुछ कार्रवाई की जाती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।
बता दें कि बीते दिनों राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आयोजित जी-20 बैठक में शिरकत करने के बाद कनाडा लौटे जस्टिन ट्रूडो ने हाउस ऑफ कॉमन्स में दिए अपने संबोधन में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप भारत पर लगाया था। हालांकि, भारत ने इन आरोपों को गंभीरता से लिया था और कनाडा को स्पष्ट कर दिया था कि वो अपने आरोपों को साबित करने हेतु साक्ष्य उपलब्ध करवाए। हालांकि, अभी तक कनाडा की ओर से कोई साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किए गए हैं, जिसका नतीजा यह हुआ है कि ट्रूडो अपने ही मुल्क में अपने ही लोगों के बीच में घिर गए हैं। वहीं, बीते दिनों संयुक्त राष्ट्र संघ में भी केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर प्रसाद ने संयुक्त राष्ट्र संघ में संबोधन के दौरान कनाडा की जमकर क्लास लगाई थी। बहरहाल, अब यह पूरा विवाद आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।