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Turkey-Pakistan : तुर्किए ने अपने पुराने दोस्त पाक को लगाई फटकार, PM शहबाज शरीफ को आने से कर दिया मना

Turkey-Pakistan : पाकिस्‍तान अभी आतंकवाद से बहुत पीड़‍ित है लेकिन उसे कम महत्‍व दिया जा रहा है। अर्थव्‍यवस्‍था तबाह हो गई है। पाकिस्‍तान के लोग चाहते हैं कि उनका नेता उनके बीच रहे, न कि विदेश जाए। क्‍यों तुर्की के लोगों पर शहबाज की यात्रा को थोपने की कोशिश की जा रही है।”

इस्तांबुल। तुर्की और सीरिया के बीच आए जबरदस्त भूकंप के बाद 4400 से अधिक लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा हजारों लोग घायल हैं। वही बेघर होने वालों की संख्या भी लाखों में है। विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन का अनुमान है कि इस विनाशकारी भूकंप में 20 हजार से ज्‍यादा लोगों की मौत हो सकती है। अभी हजारों की तादाद में लोग मलबे के नीचे दबे हुए हैं। इस बीच तुर्की को भारत समेत दुनियाभर से मदद पहुंच रही है। पूरा सरकारी तंत्र राहत और बचाव कार्य में व्‍यस्‍त है। ऐसे में अब पाकिस्‍तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ अचानक से तुर्की की यात्रा पर जा रहे हैं। पाकिस्‍तानी पीएम के इस मूर्खतापूर्ण फैसले पर खुद उनके देश के लोग उनको ट्रोल कर रहे हैं। वहीं आर्थिक तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान ने भी तुर्की की मदद की पेशकश की है। लेकिन तुर्की ने पाकिस्तान को लताड़ लगाई है।

Earthquake In Turkey.
गौर करने वाली बात यह है कि इस समय तुर्की अपने ही परेशानियों से जूझ रहा है। ऐसे में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के आने पर व्यवस्थाएं करना उनके लिए इतना आसान नहीं होगा। तुर्की ने पाकिस्तान को लताड़ लगाते हुए कहा है कि हमारे यहां आने की जरूरत नहीं है। हम बचाव और राहत कार्यों में व्यस्त हैं। गौरतलब है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ तुर्की का दौरा करने वाले थे। लेकिन उन्होंने अपना दौरा रद्द कर दिया है। पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के एक सूत्र के अनुसार प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने तुर्की के अधिकारियों के अनुरोध पर अपनी यात्रा को कैंसिल करने का बड़ा फैसला किया है।

गौरतलब है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के इस फैसले की अब उनके देश में ही आलोचना शुरू हो गई थी। डॉन अखबार में पाकिस्‍तानी पत्रकार अब्‍बास नासिर ने ट्वीट किया, ‘कितना मूर्खतापूर्ण कदम है। जितनी बड़ी आपदा है, तुर्की के लोग इस समय पूरी तरह से राहत और बचाव कार्य में व्‍यस्‍त होंगे। पाकिस्‍तान अभी आतंकवाद से बहुत पीड़‍ित है लेकिन उसे कम महत्‍व दिया जा रहा है। अर्थव्‍यवस्‍था तबाह हो गई है। पाकिस्‍तान के लोग चाहते हैं कि उनका नेता उनके बीच रहे, न कि विदेश जाए। क्‍यों तुर्की के लोगों पर शहबाज की यात्रा को थोपने की कोशिश की जा रही है।”