![Japan Earthquake: जापान में महसूस किए गए एक के बाद एक लगातार दो जोरदार भूकंप के झटके, सुनामी चेतावनी की गई जारी](https://hindi.newsroompost.com/wp-content/uploads/2024/08/Japan-Earthquake.png)
नई दिल्ली। जापान के दक्षिणी द्वीप क्यूशू में बृहस्पतिवार को एक के बाद एक लगातार दो बड़े भूकंप महसूस किए गए। अमेरिकन जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के अनुसार, पहले भूकंप की तीव्रता 6.9 थी, जबकि इसके कुछ देर बाद आए दूसरे भूकंप की तीव्रता 7.1 मापी गई। इस भूकंप के बाद जापान के तटीय इलाकों जैसे मियाज़ाकी, कोची, इहिमे, कागोशिमा और आइता में सुनामी की चेतावनी भी जारी की गई है।
भूकंप की तीव्रता और असर
भूकंप की तीव्रता के आधार पर इसे विभिन्न श्रेणियों में वर्गीकृत किया जाता है
माइनर कैटेगरी (2.5 से 5.4 तीव्रता): इस श्रेणी के भूकंप मामूली होते हैं और इनसे बहुत कम नुकसान होता है।
हल्का खतरनाक भूकंप (5.5 से 6 तीव्रता): इस श्रेणी के भूकंप से मामूली नुकसान हो सकता है।
मध्यम से खतरनाक भूकंप (6 से 7 तीव्रता): इस तीव्रता के भूकंप से गंभीर नुकसान हो सकता है।
खतरनाक भूकंप (7 से 7.9 तीव्रता): इस श्रेणी के भूकंप से इमारतों में दरारें आ सकती हैं या वे गिर सकती हैं।
बेहद खतरनाक भूकंप (7.9 से ऊपर): इस श्रेणी के भूकंप अत्यधिक खतरनाक होते हैं और भारी तबाही का कारण बन सकते हैं।
40 minutes Ago a 7.1 #Magnitude #Earthquake hit the southern #Japanese island of #Kyushu near #Miyasaki
Multiple Damages are Reported and a #tsunami warning is Aktive
Multiple Aftershocks are expected
Please stay safe and Follow the instructions #Japan #sge #tokyo #NHK pic.twitter.com/UtARM67MyW
— Fanatico Football (@fanatico_japan) August 8, 2024
भूकंप आने के कारण
पृथ्वी की सतह पर टैक्टोनिक प्लेटें स्थित हैं, जो निरंतर गतिशील रहती हैं। इन प्लेटों के आपस में टकराने या खिसकने से तनाव उत्पन्न होता है। जब ये प्लेटें एक दूसरे से टकराती हैं या एक के ऊपर दूसरी खिसकती है, तो दबाव बढ़ जाता है और प्लेटें टूटने लगती हैं। इस प्रक्रिया के दौरान, पृथ्वी की सतह के नीचे जमा ऊर्जा बाहर निकलने का प्रयास करती है, जिससे भूकंप आते हैं। इस ऊर्जा के विस्फोट के कारण भूकंप के झटके महसूस होते हैं। जापान में आए इस ताजा भूकंप की वजह से बड़े नुकसान की आशंका जताई जा रही है। स्थानीय प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य तेज कर दिए हैं और नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी जा रही है।