नई दिल्ली। फ्रांस (France) के खिलाफ पूरे मुस्लिम देशों में तनाव की स्थिति बनी हुई है। पैगंबर मोहम्मद के कार्टून को लेकर कई देशों ने फ्रांस के खिलाफ नाराजगी दिखाई है लेकिन मुस्लिम वर्ल्ड के ही शक्तिशाली देश ने फ्रांस का अब समर्थन कर दिया है। यूएई के विदेश मंत्री ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के रुख का समर्थन किया है। यूएई के विदेश मंत्री अनवर गार्गाश ने सोमवार को दिए एक इंटरव्यू में कहा है कि मुस्लिमों को मैक्रों की पश्चिमी समाज के अनुकूल ढलने की बात मान लेनी चाहिए। अनवर गार्गाश ने कहा, मैक्रों ने अपने भाषण में जो कुछ भी कहा है, मुस्लिमों को उसे ध्यान से सुनने की जरूरत है. मैक्रों पश्चिम में मुस्लिमों को अलग-थलग नहीं करना चाहते हैं और वह अपनी जगह बिल्कुल सही हैं।
उन्होंने कहा कि मुस्लिमों को पश्चिमी देशों में ज्यादा बेहतर तरीके से ढल जाने की जरूरत है। यूएई के विदेश मंत्री ने कहा, फ्रांस को अधिकार है कि वो अतिवाद और सामाजिक दूरियों से लड़ते हुए इसे हासिल करे। गार्गाश ने फ्रांस के राष्ट्रपति पर लग रहे इस आरोप को खारिज कर दिया कि वो फ्रांस में रह रहे मुसलमानों को निकालना चाहते हैं।
यूएई के मंत्री का बयान ऐसे वक्त में आया है जब अरब और मुस्लिम देशों में मैक्रों के इस्लाम पर की गई टिप्पणी को लेकर विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं। मैक्रों ने पैगंबर मोहम्मद के कार्टून के छपने का बचाव किया है और कहा कि फ्रांस में सभी तरह के मतभेदों का सम्मान किया जाएगा। मैक्रों ने फ्रांस के नीस शहर में हुए हमले को इस्लामिक हमला करार दिया था।