कीव। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलिंस्की ने रूस पर ताजा आरोप लगाया है। जेलिंस्की का कहना है कि रूस अब ठंड के मौसम को यूक्रेन में जनसंहार के हथियार के तौर पर इस्तेमाल करना चाहता है। इसी वजह से यूक्रेन में ऊर्जा के ढांचों को वो मिसाइलों और ड्रोन से निशाना बना रहा है। जेलिंस्की ने कहा कि भीषण सर्दी में रूस के इस आतंक से बचने के लिए यूक्रेन को काफी मदद की जरूरत है। फ्रांस के मेयरों के संघ को संबोधित करते हुए यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा कि वे आपातकालीन सेवा, मेडिकल सर्विस के लिए जेनरेटर, दवाइयां और जरूरी उपकरणों से मदद करें। उन्होंने कहा कि आपसे मैं ठोस मदद करने की अपील करता हूं।
जेलिंस्की ने ये भी कहा कि आतंकवाद (रूसी) के खिलाफ हमारे शहरों और लोगों का समर्थन करने की मैं अपील कर रहा हूं। यूक्रेन में बिजली संयंत्रों पर रूस के मिसाइल हमलों की वजह से लाखों लोगों के घर में बिजली और पानी का संकट पैदा हो गया है। ठंड के मौसम में इससे तमाम लोगों की मौत हो सकती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी यूक्रेन की इस हालत पर चिंता जताई है। संगठन के क्षेत्रीय निदेशक हांस क्लूज का कहना है कि लाखों यूक्रेनी लोगों की जिंदगी पर खतरा मंडरा रहा है। पावर ग्रिड के नष्ट होने से ये संकट पैदा हुआ है।
बता दें कि बीते कुछ दिनों में रूस ने यूक्रेन के खेरसॉन समेत कई शहरों से अपनी सेना को पीछे हटा लिया है। इसके बाद उसने ताबड़तोड़ मिसाइल और ड्रोन हमले कर यूक्रेन के ऊर्जा संयंत्रों को निशाना बनाना शुरू किया। रूस का ये कदम यूक्रेन की सरकार का मनोबल तोड़ने की कोशिश माना जा रहा है। अभी ऐसा लग रहा है कि रूस इस जंग को किसी भी हालत में खत्म नहीं होने देना चाहता। वो यूक्रेन के साथ चूहा-बिल्ली जैसा खेल रहा है।