दमिश्क। सोशल मीडिया में चल रही अपुष्ट खबरों के मुताबिक सीरिया पर लड़ाकू विमानों से बमबारी कर इजरायल ने वहां के राष्ट्रपति बशर अल-असद के भाई जनरल महर अल-असद की जान ली है! सीरिया की सरकार ने खबर लिखे जाने तक इस बारे में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। वहीं, इजरायल की तरफ से भी उसके हवाई हमले में महर अल-असद की मौत की चर्चा को सही या गलत नहीं बताया गया है। सोशल मीडिया पर चर्चा है कि इजरायल ने सीरिया की राजधानी दमिश्क के ग्रामीण इलाके याफूर में महर अल-असद के महल पर बम गिराए और उसी में बशर अल-असद के भाई महर अल-असद की जान चली गई। सोशल मीडिया में ऐसे वीडियो भी आ रहे हैं, जिनमें लोग महर अल-असद की कथित मौत पर खुशी मनाते दिख रहे हैं।
🔴𝗕𝗥𝗘𝗔𝗞𝗜𝗡𝗚: Syrians are CELEBRATING the unconfirmed IAF elimination of Maher al-Assad, the younger brother of Syrian president Bashar al-Assad and commander of both the elite Republican Guard and Fourth Armoured Division.
He has a reputation for extreme brutality in… pic.twitter.com/vgMnd4hY7p
— Jewish News Syndicate (@JNS_org) September 30, 2024
महर अल-असद सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद के छोटे भाई हैं। 8 दिसंबर 1967 को महर अल-असद का जन्म हुआ था। उनको सीरिया में दूसरा सबसे ताकतवर शख्स माना जाता रहा है। सीरिया की सेना के रिपब्लिकन गार्ड और चौथी आर्मर्ड डिवीजन का प्रभार महर अल-असद को मिला हुआ था। आरोप लगता रहा है कि सीरिया की चौथी आर्मर्ड डिवीजन ने ही देश में बशर अल-असद के खिलाफ बगावत करने वालों को बुरी तरह कुचला था। ऐसे में महर अल-असद से बशर विरोधी लोग काफी चिढ़ते रहे हैं। अमेरिका और यूरोपियन यूनियन ने महर अल-असद पर तमाम प्रतिबंध भी लगाए थे।
अगर महर अल-असद की मौत की खबर सही हुई, तो इससे मध्य एशिया में नया संघर्ष शुरू होने के आसार बनेंगे। इसकी वजह ये है कि सीरिया को रूस का समर्थन हासिल है। सीरिया के शासक बशर अल-असद को अमेरिका और पश्चिमी देश सत्ता से हटाना चाहते हैं, लेकिन बशर अल-असद को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन हमेशा समर्थन करते हैं। रूस लगातार सीरिया को हथियार भी देता है और यहां तक कि रूस के सैनिक भी वहां तैनात हैं। रूस ने सीरिया में आतंकी समूहों पर सैन्य कार्रवाई भी की थी। ताकि बशर अल-असद की सत्ता को कोई खतरा न हो।