आए दिन वीडियो जारी कर भारत को धमकी देता रहा है गुरपतवंत सिंह पन्नू।
न्यूयॉर्क। खालिस्तानी आतंकी और सिख्स फॉर जस्टिस यानी एसएफजे के चीफ गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश मामले में अमेरिका की अदालत ने वहां की जो बाइडेन सरकार को अहम आदेश दिया है। अदालत ने अमेरिका सरकार से कहा है कि वो पन्नू की हत्या के मामले में गिरफ्तार किए गए भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता के वकीलों को जल्द जवाब दे। निखिल गुप्ता के वकीलों ने न्यूयॉर्क के कोर्ट में अपने मुवक्किल के खिलाफ पन्नू की हत्या की साजिश के चल रहे केस में आरोपों से संबंधित सामग्री की मांग की है।
बीते दिनों खबर आई थी कि अमेरिका के आग्रह पर चेक गणराज्य की पुलिस ने भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता को गिरफ्तार किया है। अमेरिका की सरकार के मुताबिक निखिल गुप्ता ड्रग्स का कारोबारी है और उसने एक भारतीय अफसर के साथ मिलकर गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश रची। निखिल गुप्ता पर ये आरोप लगाया गया है कि उसने अमेरिकी खुफिया विभाग के एक एजेंट को ही हत्यारा मानते हुए पन्नू की हत्या के लिए रकम भी दी। अपने आरोपों के पक्ष में अमेरिकी सरकार के वकील ने एक फोटो कोर्ट में दी थी। इस फोटो में दो लोगों के हाथ और कुछ डॉलर दिख रहे हैं। फोटो में न तो निखिल गुप्ता का चेहरा है और न ही अमेरिका के खुफिया विभाग के उस एजेंट का ही। इस वजह से निखिल गुप्ता की तरफ से रकम दिए जाने के आरोपों पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
वहीं, निखिल गुप्ता के वकीलों का ये भी कहना है कि ये गलत पहचान का मसला है। निखिल के वकीलों के मुताबिक चेक गणराज्य में जिस निखिल गुप्ता को गिरफ्तार किया गया, वो दूसरा निखिल है। कुल मिलाकर ऐसे में पन्नू की हत्या की साजिश का ये केस दिलचस्प मोड़ पर आ गया है। बीच में ये खबर भी आई थी कि भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने अमेरिकी समकक्ष से ये भी कहा कि गुरपतवंत सिंह पन्नू एफबीआई का एजेंट भी है। इसी वजह से उसकी भारत विरोधी गतिविधियों की जानकारी और सबूत होने के बावजूद अमेरिका में कार्रवाई नहीं हो रही है। बता दें कि पन्नू की हत्या की साजिश का मसला उछलने से पहले कनाडा में एक और खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का मसला गरमाया था। निज्जर की हत्या में कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने भारतीय एजेंसियों का हाथ बताया था। जिसके बाद भारत और कनाडा के रिश्ते काफी बिगड़े हुए हैं।