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US On Relation With India After Pannun Matter: खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू के मसले पर भारत से रिश्ते बिगड़ेंगे?, जानिए क्या बोला अमेरिका

अमेरिका के न्यूयॉर्क में अटॉर्नी ने खालिस्तानी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश में एक भारतीय नागरिक और भारत के एक अफसर का नाम लेते हुए कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की है। इस आरोप के बाद ये चर्चा तेज हुई कि भारत और अमेरिका के बीच रिश्ते बिगड़ जाएंगे। इसी पर अब अमेरिका की प्रतिक्रिया आई है।

आए दिन वीडियो जारी कर भारत को धमकी देता रहा है गुरपतवंत सिंह पन्नू।

वॉशिंगटन। पिछले दिनों ही अमेरिका के न्यूयॉर्क में अटॉर्नी ने खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश में एक भारतीय नागरिक और भारत के एक अफसर का नाम लेते हुए कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की है। इस चार्जशीट में आरोप लगाया गया है कि भारत के एक अफसर ने निखिल गुप्ता उर्फ निक के जरिए पन्नू की हत्या की साजिश रची। निखिल ने पन्नू की हत्या करने के लिए अमेरिका के एक अंडरकवर एजेंट से 1 लाख में सौदा तय किया और 15000 डॉलर बतौर पेशगी भी दिए। अमेरिका के कोर्ट में लगाए गए इस आरोप के बाद ये चर्चा तेज हुई कि भारत और अमेरिका के बीच रिश्ते अब शायद बिगड़ जाएंगे। इसी चर्चा पर अब अमेरिका की प्रतिक्रिया आई है।

अमेरिकी राष्ट्रपति के आवास व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने मीडिया के सवालों के जवाब में गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश और अमेरिका-भारत रिश्तों पर सरकारी राय जाहिर की है। जॉन किर्बी ने कहा कि भारत एक रणनीतिक साझेदार बना हुआ है। हम भारत के साथ इस महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए काम करना जारी रखेंगे। साथ ही जॉन किर्बी ने ये भी कहा कि जो भी आरोप लगे हैं उनकी जांच को अमेरिका गंभीरता से लेता है। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता की तरफ से आए इस बयान से साफ है कि पन्नू के मामले में लग रहे आरोपों के बाद भी अमेरिका और भारत के बीच संबंध बिगड़े नहीं हैं। बता दें कि अमेरिका में पन्नू की हत्या की साजिश का मामला सामने आने के बाद भारत ने इसकी जांच तक बिठाई है।

hardeep singh nijjar and pm of canada justin trudeau
खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर और कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो की फाइल फोटो।

इससे पहले कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने ये आरोप लगाया था कि उनके देश के सर्रे शहर में 18 जून 2023 को खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत की एजेंसियों का हाथ होने का पुख्ता शक है। हालांकि, अब तक ट्रूडो इस मामले में बार-बार मांगने के बाद भी भारत को कोई सबूत नहीं दे सके हैं। पन्नू के मामले में भी कुछ ऐसा ही है। अमेरिका में दाखिल चार्जशीट में न तो पन्नू का नाम है और न ही उस भारतीय अफसर का, जिसके बारे में कहा जा रहा है कि उसने खालिस्तानी आतंकी की हत्या की साजिश रची। कथित हत्यारे को रकम देने की जो फोटो चार्जशीट के साथ कोर्ट में पेश की गई है, उसमें भी आरोपी निखिल गुप्ता नहीं दिख रहा है। उस फोटो में रकम और दो लोगों के हाथ ही दिख रहे हैं।