
नई दिल्ली। बांग्लादेश में एक बार फिर हिंसा शुरू हो गई है। कॉक्स बाजार स्थित एयर फोर्स बेस पर अज्ञात लोगों ने अचानक हमला कर दिया। इस हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई है जबकि 6 अन्य घायल बताए जा रहे हैं। बांग्लादेश की इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) ने इस हमले के संबंध में जानकारी दी है। हमले के बाद सुरक्षाबलों ने घटनास्थल को घेर लिया। फिलहाल उस क्षेत्र में आवाजाही पर रोक लगा दी गई है और हमलावरों की तलाश की जा रही है। मृतक की पहचान शिहाब कबीर नाहिद के रूप में की गई है।
#BREAKING: One killed and several others injured in Bangladesh Air Force base attack in Cox’s Bazar when a group of unidentified miscreants launched an attack on the BAF base from Samiti Para leading to a confrontation. Bangladesh Air Force is trying to control the situation. pic.twitter.com/dOtSH24iw1
— Frontalforce 🇮🇳 (@FrontalForce) February 24, 2025
वायु सेना बेस पर हुए हमले से बांग्लादेश की यूनुस सरकार की चिंता बढ़ गई है। मीडिया रिपोर्ट में ऐसा बताया जा रहा है कि इस हमले के पीछे भूमि विवाद की वजह है। भूमि विवाद के चलते स्थानीय निवासियों और वायु सेना कर्मियों के बीच विवाद हो गया था जिसके बाद आपराधिक प्रवृत्ति के कुछ स्थानीय लोगों ने पथराव कर लिया। यह भी दावा किया जा रहा है कि उपद्रवियों को रोकने के लिए वायु सेना कर्मियों द्वारा फायरिंग की गई। इसी हिंसा में शिहाब कबीर नाहिद की मौत हो गई है। संभवत: उसके सिर पर गहरी चोट लगने के चलते उसकी जान चली गई। वहीं इस हिंसा में घायल लोगों को अस्पताल ले जाया गया है।
बांग्लादेश की इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस की सहायक निदेशक आयशा सिद्दीका का कहना है कि वायुसेना की तरफ से भी इस संबंध में जरूरी कार्यवाही की जा रही है। आपको बता दें कि इससे पहले अगस्त 2024 में छात्र आंदोलन से शुरू हुई हिंसा ने ऐसा रूप लिया था कि बांग्लादेश में तख्तापलट हो गया। प्रधानमंत्री शेख हसीना को अपनी जान बचाने के लिए रातों रात बांग्लादेश छोड़कर भागना पड़ा था। शेख हसीना तब से भारत में शरण लिए हुए हैं। हसीना की सरकार के तख्तापलट के बाद बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों और मंदिरों को भी निशाना बनाए जाने की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं।