
तेहरान। ईरान में साल 2022 में हिजाब विरोधी आंदोलन चला था। सड़क पर लड़कियों और महिलाओं की भीड़ ने उतरकर विरोध जताते हुए उस वक्त अपने हिजाब उतार फेंके थे। ईरान की कट्टरपंथी इस्लामी सरकार ने इस हिजाब विरोधी आंदोलन को सख्ती से कुचला था। यहां तक कि हिजाब उतार फेंकने वाली एक लड़की को गिरफ्तार कर इतना पीटा गया था कि उसकी जान तक चली गई थी। ईरान की सरकार ने दमन कर हिजाब विरोधी आंदोलनकारियों को दबा तो दिया, लेकिन अब वहां हिजाब विरोध की नई तस्वीर सामने आई है। ईरान की राजधानी तेहरान में एक युवती ने सरेआम अपने कपड़े उतार फेंके और अंडर गारमेंट्स में टहलने लगी।
A student at Iran’s University of Science and Research was accosted by Islamic Regime morality police for showing her hair beneath her hijab. They tore her clothes as they attacked her.
So in protest she took her clothes off and stood in the square in nothing but her underwear.… pic.twitter.com/K7x6glNccG
— The Persian Jewess (@persianjewess) November 2, 2024
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया गया है। वीडियो शेयर कर ये कहा गया है कि युवती तेहरान की इस्लामिक आजाद यूनिवर्सिटी की छात्रा है। बताया गया है कि शनिवार को युवती ने हिजाब का विरोध किया। आरोप है कि ऐसा करने पर ईरान की इस्लामी कानून लागू कराने वाली पुलिस ने युवती को पीटा और उसके कपड़े कई जगह फाड़ दिए। इसका विरोध करते हुए युवती ने अपने सभी ऊपरी कपड़े उतार फेंके और फिर अंडर गारमेंट्स में सार्वजनिक तौर पर टहलने लगी। पुलिस ने बाद में युवती को हिरासत में लिया। ईरान की पुलिस के मुताबिक युवती मनोरोगी है और उसे अस्पताल में दाखिल कराया गया है। हालांकि, युवती को किस अस्पताल में भेजा गया, इसकी जानकारी ईरान पुलिस ने नहीं दी है।
ईरान में शाह रजा पहलवी की सत्ता के दौरान महिलाओं पर कोई ड्रेस कोड नहीं हुआ करता था। 1970 के दशक में जब ईरान में अयातुल्लाह खुमैनी के नेतृत्व में इस्लामी क्रांति हुई, तो महिलाओं के लिए ड्रेस कोड लागू किया गया। ईरान में महिलाओं को अपना सिर ढंककर रखना जरूरी किया गया। थोड़े से भी बाल नजर आने पर इस्लामी पुलिस महिलाओं को गिरफ्तार करती है। यहां तक कि जो विदेशी महिलाएं ईरान जाती हैं, उनको भी इस कठोर ड्रेस कोड का पालन करना होता है।