newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Israel Hamas War: बहरीन में एक भारतीय डॉक्टर ने किया फिलिस्तीन का विरोध, तो गंवानी पड़ी नौकरी, जानिए पूरा माजरा

Israel Hamas War: उन्होंने आगे अपने बयान में कहा कि मैं अपने उस बयान के लिए माफी मांगना चाहता हूं जो मैंने इस मंच पर पोस्ट किया था। मौजूदा घटना के संदर्भ में यह असंवेदनशील था।’ एक डॉक्टर के रूप में सभी का जीवन मायने रखता है। मैं इस देश, इसके लोगों और इसके धर्म का गहरा सम्मान करता हूं क्योंकि मैं पिछले 10 वर्षों से यहां हूं।

नई दिल्ली। भारत- फिलिस्तीन के बीच युद्ध का सिलसिला बदस्तूर जारी है। दोनों देशों में हाहाकार मचा हुआ है। हजारों लोग युद्ध की जद में आकर अपनी जान गंवा चुके हैं। हालांकि, शांति की पहल लगातार की जा रही है, लेकिन यह पहल किसी भी तरह से सफल साबित होती हुई नजर नहीं आ रही है।उधर, इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन बेंजामिन नेनत्याहू ने स्पष्ट कर दिया है कि वो जब तक हमास के आतंकियों का नामो-निशान नहीं मिटा देंगे, तब तक उन्हें चैन नहीं मिलेगा। इस बीच युद्ध को लेकर भारत सहित अन्य देशों में भी राजनीति गरमा चुकी है। इस मसले ने पूरी दुनिया को दो गुटों में बांट दिया है। एक गुट ऐसा है, जो कि इजराइल का समर्थन कर रहा है, तो वहीं दूसरा गुट ऐसा है, जो कि फिलिस्तीन का समर्थन कर रहे हैं।

वहीं, इस पूरे मुद्दे को लेकर बहरीन से एक ऐसी खबर सामने आई है, जो कि खासा सुर्खियों में है। दरअसल, बहरीन के एक सरकारी अस्पताल में कार्यरत एक भारतीय डॉक्टर को फिलिस्तीन के विरोध में ट्वीट करने की वजह से अपनी नौकरी गंवानी पड़ी। अस्पताल प्रबंधन ने बाकायदा बयान जारी कर डॉक्टर द्वारा किए गए इस कृत्य की निंदा की। इसके बाद डॉक्टर सुनील राव ने ट्वीट कर माफी मांगी जिसमें उन्होंने कहा कि मुझे अपने शब्दों और कृत्य पर गहरा अफसोस है। उन्होंने आगे अपने बयान में कहा कि मैं अपने उस बयान के लिए माफी मांगना चाहता हूं जो मैंने इस मंच पर पोस्ट किया था। मौजूदा घटना के संदर्भ में यह असंवेदनशील था।’ एक डॉक्टर के रूप में सभी का जीवन मायने रखता है। मैं इस देश, इसके लोगों और इसके धर्म का गहरा सम्मान करता हूं क्योंकि मैं पिछले 10 वर्षों से यहां हूं।

उधर, बहरीन के सरकारी अस्पताल ने भी इस पूरे मामले पर बयान जारी किया है, जिसमें उन्होंने कहा कि ,”हमारे संज्ञान में आया था कि ‘इंटरनल मेडिसिन’ में विशेषज्ञ डॉ. सुनील राव ने सोशल मीडिया पर ऐसे ट्वीट किए हैं जो हमारे समाज के लिए आपत्तिजनक थे.” अस्पताल के बयान के मुताबिक, “हम इस बात की पुष्टि करते हैं कि उनके (डॉ. सुनील राव) ट्वीट और विचारधारा व्यक्तिगत हैं. हालांकि डॉ सुनील राव के ट्वीट को बाद में डिलीट कर दिया गया। उधर, आतंरिक मंत्रालय ने भी सुनील राव प्रकरण पर अपनी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें इस कृत्य की निंदा की गई है।

बता दें कि बीते 8 अक्टूबर को आतंकी संगठन हमास ने इजराइल की सरजमीं पर समुद्र, जल और थल मार्ग से चार से भी अधिक रॉकेट दागे थे, जिसकी जद में आकर कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी, तो पूरा देश तबाह हो चुका है। उधर, इस युद्ध ने पूरे मुस्लिम देश को एकजुट कर दिया है।