बेरुत। इजरायल ने लेबनान की राजधानी बेरुत के एक रिहायशी इलाके में अप्रत्याशित हमला कर आतंकी संगठन हिजबुल्लाह के सबसे बड़े नेता हसन नसरल्लाह को मार गिराया। हसन नसरल्लाह की मौत के बाद अब तक हिजबुल्लाह ने उसकी जगह अपना सर्वोच्च नेता तय नहीं किया है, लेकिन माना जा रहा है कि अब हाशिम सफी-अल-दीन ही इस आतंकी संगठन की कमान संभालेगा। आपको बताते हैं कि हाशिम सफी-अल-दीन आखिर कौन है और हिजबुल्लाह से उसका क्या नाता रहा है?
हाशिम सफी-अल-दीन का जन्म 1964 में दक्षिणी लेबनान के डेर कानून एन नार में हुआ था। वो हसन नसरल्ला का ममेरा भाई है। हाशिम सफी-अल-दीन का भाई अबदुल्ला सफी-अल-दीन ईरान में हिजबुल्ला का प्रतिनिधि है। हाशिम सफी-अल-दीन ने इराके नजफ और ईरान के कौम में शिक्षा हासिल की। 1994 में हसन नसरल्लाह ने उसे लेबनान बुला लिया था। हाशिम सफी-अल-दीन हिजबुल्लाह की सर्वोच्च मजलिस अल-शूरा का सदस्य है। उसे नसरल्लाह के बाद हिजबुल्लाह में दूसरे नंबर का नेता माना जाता है। हिजबुल्लाह ने उसे जेहाद काउंसिल का अध्यक्ष भी बना रखा है।
साल 2006 में हाशिम सफी-अल-दीन को हसन नसरल्लाह के बाद हिजबुल्लाह की कमान संभालने के लिए अधिकृत भी माना गया था। हिजबुल्लाह में उसके नीचे नईम कासिम है। नवंबर 2010 में हाशिम सफी-अल-दीन को दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह के सैन्य कमांडर के तौर पर नियुक्त किया गया था। संयुक्त राष्ट्र ने उसे वैश्विक आतंकी घोषित कर रखा है। हाशिम सफी-अल-दीन पर अमेरिका के अलावा सऊदी अरब, यूएई और बहरीन ने भी प्रतिबंध लगाए थे। हाशिम सफी-अल-दीन के बेटे का नाम सैयद रजा हाशिम सफी-अल-दीन है। उसकी शादी कुद्स फोर्स के कमांडर कासिम सुलेमानी की बेटी से हुई है।