
नई दिल्ली। श्रीलंका के नए राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके ने आज शपथ ले ली है। अनुरा कुमारा दिसानायके कम्युनिष्ट नेता हैं और यह पहला मौका है जब श्रीलंका में लेफ्ट की सरकार बनी है। इस चुनाव में अनुरा कुमारा दिसानायके की पार्टी जनता विमुक्ति पेरेमुना (जेवीपी) और नेशनल पीपुल्स पावर (एनपीपी) पार्टी ने मिलकर चुनाव लड़ा है। दिसानायके की छवि जेवीपी के कट्टर नेताओं से अलग है, वो एक नरम नेता के रूप में जाने जाते हैं। वैसे तो अनुरा और उनकी पार्टी जनता विमुक्ति पेरामुना (जेवीपी) को भारत विरोधी और चीन का करीबी माना जाता है मगर फिलहाल उनका रुख भारत के प्रति कुछ बदला हुआ नजर आ रहा है। पीएम मोदी द्वारा बधाई संदेश के जवाबद में अनुरा कुमारा भारत के साथ संबंधों को मजबूत करने पर प्रतिबद्धता जताई है।
Thank you, Prime Minister Modi, for your kind words and support. I share your commitment to strengthening the ties between our nations. Together, we can work towards enhancing cooperation for the benefit of our peoples and the entire region. https://t.co/rtQEXyiFUI
— Anura Kumara Dissanayake (@anuradisanayake) September 23, 2024
पीएम नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति पद के चुनाव में जीत के लिए अनुरा कुमारा दिसानायके को सोशल मीडिया के जरिए बधाई देते हुए लिखा था कि भारत की नेबरहुड फर्स्ट नीति और विजन सागर में श्रीलंका का विशेष स्थान है। मैं अपने लोगों और पूरे क्षेत्र के लाभ के लिए हमारे बहुमुखी सहयोग को और मजबूत करने के लिए आपके साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हूं। पीएम मोदी के इस बधाई संदेश के जवाब में आज श्रीलंका के नए राष्ट्रपति ने कहा कि आपके दयालु शब्दों और समर्थन के लिए धन्यवाद, प्रधानमंत्री मोदी। मैं भारत और श्रीलंका के बीच संबंधों को मजबूत करने की आपकी प्रतिबद्धता से सहमत हूं। हम साथ मिलकर अपने लोगों और पूरे क्षेत्र के लाभ के लिए सहयोग बढ़ाने की दिशा में काम कर सकते हैं।
अनुरा कुमारा के पिता करते थे दिहाड़ी मजदूरी
अनुरा कुमारा दिसानायके पिछले 50 सालों से ज्यादा वक्त से श्रीलंका की राजनीति में सक्रिय हैं। मूल रूप से श्रीलंका के मताले जिले के गालेवाला के रहने वाले अनुरा कुमार के पिता दिहाड़ी मजदूरी करते थे जबकि उनकी मां एक गृहिणी हैं। कॉलेज के दिनों में ही छात्र राजनीति से उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी।