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Nithyananda: सिर पर जटा और कंठ में रुद्राक्ष की माला, कौन है UN की बैठक में देश के खिलाफ जहर उगलने वाली साध्वी

Nithyananda: साध्वी का भेष धारण किए बैठी इस महिला का नाम मां विजयप्रिया नित्यानंद है, जो कैलासा के राजदूत के तौर पर जेनेवा में हुई यूएन की बैठक शामिल हुई। इस बात का दावा भी नित्यानंद ने कैलासा के ट्विटर हैंडल से किया।

नई दिल्ली। देश से रेप के आरोप में फरार नित्यानंद महाराज के नए साम्राज्य का खुलासा हुआ है। भगोड़े  नित्यानंद ने इस बात का दावा किया था कि उन्होंने अपना खुद का नया काल्पनिक देश कैलासा बना लिया है और वहां पर साध्वी और सनातन लोगों का ही वास होगा। पहले ये बातें हवा हवाई लग रही थी कि लेकिन अब सामने आई तस्वीरें चौंका सकती हैं। संयुक्त राष्ट्र के हाल ही में हुए सम्मेलन में एक ऐसी साध्वी को देखा गया जिसे कैलासा का प्रतिनिधि बताया गया। दावा ये भी किया गया कि बैठक में उस साध्वी ने भारत के खिलाफ भी जहर उगला और कहा कि भारत में हिंदू सनातनियों पर अत्याचार हो रहा है। तो चलिए जानते हैं कि आखिर यूएन की बैठक में शामिल होने वाली महिला कौन है।

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कौन हैं साध्वी की भेष धारण करने वाली ये महिला

साध्वी का भेष धारण किए बैठी इस महिला का नाम मां विजयप्रिया नित्यानंद है, जो कैलासा के राजदूत के तौर पर जेनेवा में हुई यूएन की बैठक शामिल हुई। इस बात का दावा भी नित्यानंद ने कैलासा के ट्विटर हैंडल से किया। मां विजयप्रिया नित्यानंद कैलासा की स्थाई राजदूत हैं, जिन्होंने बैठक में शामिल होकर देश के खिलाफ जहर उगला। बैठक में विजयप्रिया ने कहा कि भारत सरकार ने नित्यानंद पर जो आरोप लगाए हैं वो निराधार हैं और देश में सनातन हिंदुओं पर बहुत अत्याचार हो रहा है और इसे रोकने के लिए विश्व को एकजुट होने की जरूरत है। बताया जा रहा है कि मां विजयप्रिया नित्यानंद अमेरिका के वाशिंगटन डीसी में रहती हैं। अगर विजयप्रिया का फेसबुक देखा जाए तो उन्होंने यूएन बैठक की कुछ फोटोज भी डाली हैं और दावा किया है कि अलग-अलग देशों के प्रतिनिधित्वों से उनकी बात हुई है और नित्यानंद महाराज ने अलग-अलग देशों में अपने दूतावास खोले हैं।

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कैलासा को नहीं मिला देश का दर्जा

बता दें कि अभी तक नित्यानंद के कैलासा को देश का दर्जा नहीं मिला है। भले ही नित्यानंद ने एक आइलैंड खरीदकर अलग देश बसाने का दावा किया है लेकिन ये मान्यता प्राप्त नहीं है। अब बात रही यूएन की बैठक में शामिल होने की तो इस बैठक के कुछ सेशन में तथाकथित संगठन या देश शामिल हो सकते हैं और अपनी राय भी रख सकते हैं। जैसे फिलिस्तीन और बलूचिस्तान जैसे देश भी यूएन की बैठक में शामिल होते हैं।