newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Rape On Metaverse: ब्रिटेन में 16 साल की नाबालिग से मेटावर्स की आभासी दुनिया में गैंगरेप!, दुनिया में ऐसी पहली वारदात

Rape In Metaverse: ब्रिटिश नेशनल पुलिस चीफ काउंसिल के बाल अधिकार और उत्पीड़न जांच सेल के प्रमुख इयान क्रिचले के मुताबिक मेटावर्स ने यौन अपराधियों को गंभीर वारदात करने का मौका दिया। क्रिचले ने कहा कि पुलिस ऐसे मामले में गंभीर है और इस केस में जिस तरह के अपराधी हैं, उनके खिलाफ कदम उठाए जा रहे हैं।

लंदन। कम्प्यूटर और आईटी तकनीकी तमाम नए रास्ते खोलती है, लेकिन इसके खतरे भी सामने आ रहे हैं। पिछले दिनों एक विदेशी कंपनी में इंजीनियर पर रोबोट के हमले की खबर आई थी। अब ब्रिटेन से खबर है कि मेटावर्स पर वर्चुअल रियलिटी गेम में 16 साल की एक नाबालिग किशोरी के डिजिटल स्वरूप से पुरुषों ने सामूहिक रेप किया। मेटावर्स पर गैंगरेप या रेप की ये पहली घटना है। इसमें किशोरी से हकीकत में रेप नहीं हुआ, लेकिन वर्चुअल दुनिया में उसके रेप से मानसिक प्रताड़ना जरूर हुई। किशोरी को मानसिक प्रताड़ना उसी तरह की हुई, जैसी रेप विक्टिम को सहनी पड़ती है। इस मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर जांच भी शुरू की है।

ब्रिटिश मीडिया के मुताबिक वर्चुअल रियलिटी गेम के एक ऑनलाइन रूम में किशोरी का आभासी स्वरूप था। इस गेम में कई और लोग भी थे। इसी दौरान किशोरी के मेटावर्स स्वरूप को रेप का शिकार बनाया गया। ब्रिटिश नेशनल पुलिस चीफ काउंसिल के बाल अधिकार और उत्पीड़न जांच सेल के प्रमुख इयान क्रिचले के मुताबिक मेटावर्स ने यौन अपराधियों को गंभीर वारदात करने का मौका दिया। क्रिचले ने कहा कि पुलिस ऐसे मामले में गंभीर है और इस केस में जिस तरह के अपराधी हैं, उनके खिलाफ कदम उठाए जा रहे हैं। इयान क्रिचले ने कहा कि भविष्य में सुनिश्चित किया जाएगा कि युवा हमेशा ऑनलाइन रूप से सुरक्षित रहें और बिना डर के तकनीकी का इस्तेमाल कर सकें।

ब्रिटिश मीडिया से इयान क्रिचले ने कहा कि अपराधियों ने अब आभासी दुनिया में भी सेंधमारी की है। उन्होंने कहा कि वर्चुअल दुनिया में अब उत्पीड़न, अभद्र भाषा, धमकी देना और वित्तीय घोटाले भी हो रहे हैं। डिजिटल दुनिया में ये सभी नए रूप में सामने आ रहे हैं। क्रिचले ने गंभीर रुख दिखाते हुए कहा कि पुलिस के नजरिए को लगातार ऐसे अपराधियों के खिलाफ विकसित करना होगा। ताकि ऐसे मामलों के अपराधियों को पकड़ा जा सके और पीड़ितों को सुरक्षा मुहैया कराई जा सके।