
नई दिल्ली। खराब मौसम के कारण आ रही परेशानी के बीच नेपाल की सेना ने सोमवार को उस स्थान का पता लगा लिया है, जहां रविवार को एक नेपाली निजी एयरलाइंस का विमान दुर्घटना का शिकार हो गया है। नेपाल (Nepal) के पर्यटक शहर पोखरा से उड़ान भरने के कुछ समय बाद ही तारा एयर (Tara Air) का विमान हिमालयी पर्वतीय क्षेत्र में दुर्घटना का शिकार हुआ था। नेपाली सेना को खराब मौसम और बादल छाए रहने के कारण विमान का पता लगाने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था। तारा एयर के 9 NAET जुड़वां इंजन वाले इस विमान में चार भारतीयों सहित 22 लोग सवार थे।
रविवार की सुबह पहाड़ी जिले में लापता होने के कुछ घंटे बाद ही तारा एयर (Tara Air) का विमान मस्टैंग जिले के कोवांग गांव में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इसे लेकर नेपाली सेना के प्रवक्ता ने एक ट्वीट में कहा, ‘खोज और बचाव दल ने विमान दुर्घटना स्थल का पता लगा लिया है। विवरण का पालन किया जाएगा।’
सोमवार सुबह फिर शुरू हुआ तलाशी अभियान
नेपाल की सेना ने बताया था कि तारा एयर के विमान की तलाश के लिए सोमवार को बचाव प्रयास फिर से शुरू किया गया। बीते दिन रविवार को मस्टैंग जिले में बर्फबारी होने के बाद दुर्घटनाग्रस्त विमान की तलाशी में तैनात सभी हेलीकॉप्टरों को रोक दिया गया था।
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
साल 2016 में इसी एयरलाइंस का एक विमान उड़ान भरने के बाद इसी रास्ते पर दुर्घटना का शिकार हुआ था। इस घटना में विमान में सवार सभी 23 लोगों की मौत हो गई थी। मार्च 2018 में यूएस-बांग्ला एअर का एक विमान त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर दुर्घटनाग्रस्त हुआ था और उसमें सवार 51 लोगों की जान चली गई थी। सितंबर 2012 में सीता एअर का एक विमान त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर आपात लैंडिंग के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हुआ था जिसमें 19 लोगों की जान गई थी। 14 मई 2012 को पोखरा से जोमसोम जा रहा एक विमान जोमसोम हवाई अड्डे के समीप दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे में 15 लोगों की मौत की खबर सामने आई थी।