नई दिल्ली। होली का त्यौहार आने में अब कुछ ही वक्त बचा है। मार्च महीने की 8 तारीख को रंगों का त्योहार होली मनाई जाएगी। होली एक ऐसा त्योहार है जिसे न सिर्फ हिन्दू बल्कि हर धर्म के लोग इंजॉय करते हैं। होली के 8 दिन पूर्व से ही होलाष्टक की शुरुआत हो जाती है। होलाष्टक दो शब्दों होली और अष्टक से मिलकर बना है जिसका अर्थ होली के 8 दिन होते हैं। इन आठ दिनों को शुभ नहीं माना जाता। कहा जाता है कि इन 8 दिनों में किसी तरह के शुभ और मांगलिक कार्य नहीं किए जाने चाहिए। होली से पूर्व यानी पहली के आठ दिन बुरे माने जाते हैं। कहा जाता है कि इन 8 दिनों में नकारात्मक शक्तियां वातावरण में हावी रहती हैं जो व्यक्ति पर बुरा असर डालती है। तो चलिए आपको बताते हैं कौन से हैं वो काम जो आपको इन होलाष्टक के 8 दिनों में भूलकर भी नहीं करने चाहिए…
होलाष्टक के 8 दिनों में भूलकर भी न करें ये काम
- होलाष्टक के आठ दिनों में किसी तरह की पूजा-पाठ न करवाएं.
- इन आठ दिनों में शादी, सगाई, मुंडन न करें.
- होलाष्टक में किसी तरह के नए सामान न खरीदें.
- होलाष्टक के इन दिनों में नई गाड़ी, जमीन या ऐसी चीजें न खरीदें.
- इन होलाष्टक के आठ दिनों में गृह प्रवेश भी न करें.
- होलाष्टक के दिनों में किसी भी तरह का शुभ काम न करें.
होलाष्टक में क्यों नहीं किए जाते शुभ काम
होलाष्टक में किसी भी तरह के शुभ कामों को करने की मनाही होती है। कहते हैं इन दिनों में वातावरण में बुरी शक्तियां ज्यादा घूमती हैं और शुभ कामों वाली जगह पर लोगों पर हावी होने की कोशिश करती हैं। ऐसे में जितना हो सके इन आठ दिनों में शुभ कामों को नहीं करें। होलाष्टक खत्म होने के बाद ही किसी तरह के शुभ काम किए जाते हैं।