नई दिल्ली। आस्था का महापर्व छठ 8 नवंबर से शुरू हो गया। ये पर्व चार दिनों तक चलता है। छठ पूजा कार्तिक शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से शुरू होती है जिसे बिहार, झारखंड और यूपी के कई जिलों में बड़े धूम-धाम के साथ मनाया जाता है। आज यानी बुधवार को इस पर्व में डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। वहीं, गुरुवार को उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। जिसके बाद इस पर्व का समापन हो जाएगा।
छठ पूजा में अर्घ्य देने के समय व्रतियों को कुछ बातों का ध्यान देना चाहिए जिससे उनसे पूजा के दौरान गलतियां न हों। अगर व्रतियों ने ये बातें नहीं मानी तो छठ मईयां नाराज हो सकती हैं।
इन बातों का रखें ध्यान
— सूर्य भगवान को अर्घ्य देते समय बर्तन चांदी, तांबा, ग्लास या प्लास्टिक का नहीं होना चाहिए।
— यदी आप सौभाग्य चाहते हैं तो पीतल के पात्र से दूध का अर्घ्य दें।
— छठ पूजा का प्रसाद मिट्टी के चूल्हे पर अलग से ही पकाना होता है।
— व्रतियों को बेड पर नहीं सोना चाहिए। उन्हें फर्श पर चादर बिछाकर सोना चाहिए।