नई दिल्ली। आज यानी 06 मार्च रविवार को भगवान गणेश को समर्पित ‘विनायक चतुर्थी’ का पर्व है। फाल्गुन माह में पड़ने वाली विनायक चतुर्थी पर विघ्नहर्ता गणेश जी (Lord Ganesha) की पूजा और व्रत करने से संकट दूर होते हैं और कार्यों में भी सफलता प्राप्त होती है। गणेश जी प्रथम पूज्य देवता हैं और शुभता के भी प्रतीक हैं, उनकी कृपा दृष्टि जिस पर भी होती है उसके जीवन में कभी कोई कष्ट नहीं रहता है और न ही कोई इच्छा अधूरी रहती है। गणपति बप्पा के आशीर्वाद से घर सुखी और समृद्ध होता है। ज्योतिष शास्त्रों में भगवान गणेश को प्रसन्न करने के कुछ उपाय बताए गए हैं, इसका प्रयोग कर धन-दौलत, सुख और सौभाग्य की प्राप्ति की जा सकती है। आइए जानते हैं उन खास उपायों के बारे में…
1.हिंदू शास्त्रों के अनुसार, गणेश जी को सिंदूर अत्यंत प्रिय है, इसलिए विनायक चतुर्थी के दिन गणेश जी को लाल सिंदूर का तिलक लगाकर उनकी पूजा करनी चाहिए। इस दौरान ”सिन्दूरं शोभनं रक्तं सौभाग्यं सुखवर्धनम्। शुभदं कामदं चैव सिन्दूरं प्रतिगृह्यताम्॥ ओम गं गणपतये नमः” मंत्र का उच्चारण भी करें। ऐसा करने से भगवान गणेश प्रसन्न होंगे और उनकी कृपा प्राप्त होगी।
2.धन, वैभव और सुख समृद्धि की चाह रखने वाले लोगों को इस दिन गणेश जी को शमी के पत्ते अर्पित करना चाहिए। गणेश जी को शमी के पत्ते काफी प्रिय हैं। शमी का पत्ता आप भगवान शंकर और शनि देव को भी चढ़ा सकते हैं।
3.इस दिन मूषक पर सवार गणेश जी की मूर्ति या तस्वीर की विधिपूर्वक पूजा करने से घर परिवार की तरक्की और उन्नति होती है, साथ ही सभी मनोकामनाएं भी पूरी होती हैं।
4.विनायक चतुर्थी के दिन पूजा के समय गणेश जी को 5 दूर्वा या दूर्वा की 21 गांठें ”इदं दुर्वादलं ऊं गं गणपतये नमः” मंत्र के साथ उनके सिर पर अर्पित करें। इससे गणेश जी प्रसन्न होते हैं और भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। दूर्वा घास गणेश जी को अतिप्रिय है।
5.भगवान गणेश को मोदक अतिप्रिय हैं, इसलिए इस दिन उन्हें मोदक का भोग लगाकर उनकी पूजा करनी चाहिए। इससे सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। मोदक की जगह बेसन के लड्डू भी अर्पित कर सकते हैं। इसके बाद गणेश चालीसा का पाठ भी करना चाहिए।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। Newsroompost इसकी पुष्टि नहीं करता है।