नई दिल्ली। आने वाले कुछ सालों में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में ‘लाइट मेट्रो’ (Delhi Metrolite) दौड़ती नजर आएगी। दिल्ली मेट्रो रेल निगम (Delhi Metro Rail Corporation) इस योजना पर काम कर रहा है। डीएमआरसी के सबसे बड़े रिठाला-बवाना-नरेला कॉरिडोर पर लाइट मेट्रो चलाई जा सकती है। जो लगभग 21.73 किलोमीटर होगा। ये प्रोजेक्ट दिल्ली मेट्रो के चौथे फेज के तहत निर्मित किया जा रहा है।
दिल्ली में मेट्रो फेज के विकास के लिए दिल्ली विकास प्राधिकरण 1000 करोड़ रुपये मुहैया कराएगा। 1000 करोड़ रुपये में से 400 करोड़ रुपये वित्तीय वर्ष 2021-22 में उपलब्ध कराए जाएंगे। इन पैसों से दिल्ली मेट्रो फेज-4 के तहत रिठाला-बवाना-नरेला कॉरिडोर पर काम होगा। इस कॉरिडोर के बन जाने से बाहरी दिल्ली के कई इलाके सीधे मेट्रो से जुड़ जाएंगे जिससे पूरी दिल्ली में मेट्रो यात्रियों का सफर काफी आसान हो जाएगा।
लाइट मेट्रो क्या है
लाइट रेल सामान्य रेलवे नेटवर्क से कुछ अलग होगी। इसे अपग्रेडेड ट्राम और डाउनग्रेडेड मेट्रो कहा जाता है। इस रेल सिस्टम में टिकेट काउंटर, प्लेटफार्म आदि ग्राउंड लेवल पर होते हैं। इसमें ट्रेन बोर्ड करने के लिए ऑटोमेटेड टिकट सिस्टम नहीं होता। भारतीय रेल की तरह कई टीसी स्टेशन पर होंगे जो आपका टिकट चेक करेंगे। खास बता ये है कि इस मेट्रो में 300-400 यात्री ही सफर कर सकेंगे। इस मेट्रो का काम जारी है। जो 19.15 किलोमीटर लंबी लाइन होगी जिसमें 22 स्टेशन (कीर्ति नगर – बामनोली गांव) होंगे।