नई दिल्ली। देश में पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के बीच केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी बुधवार को अपनी हाइड्रोजन से चलने वाली कार टोयोटा मिराई में संसद पहुंचे। इस दौरान स्वच्छ ईंधन पर चलने वाली यह कार लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी रही। बता दें की, गडकरी एक ग्रीन हाइड्रोजन से चलने वाली कार से संसद पहुंचे थे। गडकरी ने कहा कि पेट्रोल-डीजल और गैस की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं, हम इन्हें इंपोर्ट करते हैं और पेट्रोल-डीजल से पॉल्यूशन भी बहुत होता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के सपने को पूरा करने के लिए हमें तेल में भी आत्मनिर्भर होना होगा।
ग्रीन हाइड्रोजन से चलने वाली इस कार को टोयोटा कंपनी के पायलट प्रोजेक्ट के तहत बनाया गया है और इसमें एडवांस फ्यूल सेल लगाया गया है। यह एडवांस सेल Oxygen और हाइड्रोजन Hydrogen के मिश्रण से बिजली पैदा करता है। इसी बिजली से कार चलती है। इतना ही नहीं, उत्सर्जन के रूप में इस कार से सिर्फ पानी निकलता है। बता दें कि यह कार पूरी तरह से पर्यावरण के अनुकूल है और इससे किसी तरह का प्रदूषण नहीं फैलता। नितिन गडकरी ने कहा कि यह कार भारत का फ्यूचर हो सकता है। पेट्रोल और डीजल इंजन वाली कारों से काफी प्रदूषण फैलता है, लेकिन हाइड्रो फ्यूल सेल कार से बिलकुल भी प्रदूषण नहीं होता है।
दिल्ली: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ग्रीन हाइड्रोजन से चलने वाली कार से संसद पहुंचे। pic.twitter.com/XkuIlEAbGz
— Newsroom Post (@NewsroomPostCom) March 30, 2022
कैसे काम करती है यह कार
Toyota ने इस कार के लिए हाइड्रोजन बेस्ड फ्यूल सेल सिस्टम डेवलप किया है। ये भी एक इलेक्ट्रिक गाड़ी है, जो हाइड्रोजन का इस्तेमाल कर चलने के लिए जरूरी इलेक्ट्रिसिटी बनाती है। इसके फ्यूल टैंक से हाइड्रोजन की सप्लाई Fuel Cell Stack को की जाती है। बता दें कि, यह कार चारों ओर हवा में मौजूद ऑक्सीजन को खींचती है। फिर इन दोनों गैसों के केमिकल रिएक्शन से पानी (H2O) और बिजली जेनरेट होती है। बिजली का इस्तेमाल कार को चलाने में होता है, जबकि पानी साइलेंसर से बाहर आ जाता है। कंपनी का दावा है कि इस कार में सिर्फ पांच मिनट में ईंधन भरा जा सकता है। यह कार एक बार फुल टैंक ईंधन भरने पर 646 किमी तक की दूरी तय कर सकती है।