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Sensex And Nifty Rises: विधानसभा चुनाव में बीजेपी की जीत से शेयर बाजार उछला, सेंसेक्स-निफ्टी में गजब की तेजी, अडानी की कंपनियों को भी फायदा

5 राज्यों की विधानसभा में से 3 राज्यों में बीजेपी की जीत के एक दिन बाद शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी का माहौल दिखा। आज बाजार तेजी से खुले और बीएसई का सेंसेक्स 1.51 फीसदी की मजबूती के साथ 1024 अंक बढ़ गया। निफ्टी में बाजार खुलने के साथ ही 1.50 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 304 अंकों का उछाल आया।

मुंबई। 5 में से 3 राज्यों के विधानसभा चुनावों में बीजेपी की जीत से शेयर बाजार भी उछल गया है। सेंसेक्स और निफ्टी में गजब की तेजी दर्ज की गई। आज बाजार तेजी से खुले और बीएसई का सेंसेक्स 1.51 फीसदी की मजबूती के साथ 1024 अंक बढ़ गया। इससे बीएसई में 68504 अंक पर कारोबार शुरू हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज यानी निफ्टी में भी तेजी दिखी। निफ्टी में बाजार खुलने के साथ ही 1.50 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 304 अंकों का उछाल आया और ये 20572 अंक के स्तर पर जा पहुंचा। बैंक निफ्टी में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई। बैंक निफ्टी में 811 अंकों की तेजी दर्ज हुई। शेयर बाजार में घरेलू और वैश्विक संकेतों के कारण ये बढ़ोतरी हुई है। निवेशक इससे उत्साहित हैं कि 3 राज्यों में बीजेपी ने सरकार बना ली है।

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शेयर बाजार की इस तेजी में अडानी ग्रुप को भी फायदा हुआ। अडानी एंटरप्राइजेस और अडानी पोर्ट्स के शेयरों की कीमत में 4 से 7 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस का शेयर 14 फीसदी तक उछला। वहीं, अडानी पावर और अडानी ग्रीन एनर्जी के शेयरों में निवेशकों ने खूब रुचि दिखाई और ये 12 फीसदी तक उछल गए। अडनी टोटल गैस और अडानी विल्मर के शेयरों में भी 6 से 8 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई।

इस बीच, शेयर बाजार से बड़ी खबर ये भी है कि आज कारोबार की शुरुआत में सेंसेक्स में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप भी 4.09 लाख करोड़ बढ़ा है। अब इन कंपनियो का मार्केट कैप 341.76 लाख करोड़ हो गया है। इन कंपनियों में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, आईसीआईसीआई, एनटीपीसी, एयरटेल और एलएंडटी भी हैं। इन सभी के शेयरों की कीमत में 2-2 फीसदी का इजाफा देखा गया। इसके अलावा एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक, बजाज फाइनेंस और महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयरों की भी खूब खरीदारी होती देखी गई है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में अगर मोदी सरकार कोई अहम फैसले बाजार और अर्थव्यवस्था के लिए लेती है, तो शेयर बाजार में ऐसी ही तेजी बरकरार रह सकती है। अडानी के खिलाफ आई हिंडेनबर्ग की रिपोर्ट के कारण पहले निवेशकों को लाखों करोड़ की चपत शेयर बाजार में लगी थी।