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चीन में अमेरिकी कारोबारों की बिक्री 7 खरब यूएस डॉलर तक पहुंची

अमेरिकी वाणिज्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़े बताते हैं कि इस साल के अप्रैल माह में चीन-अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार रकम 39.7 अरब यूएस डॉलर तक जा पहुंचा है, जो मार्च की तुलना में करीब 43 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।

नई दिल्ली। अमेरिकी उद्यम क्यों चीन के साथ व्यापार करना चाहते हैं? कारण सरल है कि चीन और अमेरिका के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना के पिछले 40 सालों में आपसी लाभ और साझी जीत हमेशा के लिए द्विपक्षीय आर्थिक व व्यापारिक आवाजाही का सार है। इधर के वर्षो में चीन में अमेरिकी कारोबारों की बिक्री 7 खरब यूएस डॉलर तक जा पहुंची है, जिसका लाभांश भी 50 अरब यूएस डॉलर है। इसके साथ ही अच्छी गुणवत्ता वाले सस्ते चीनी मालों ने भी अमेरिका के आम लोगों के घर में प्रवेश किया है।

China Share market Economy

कहा जा सकता है कि चीनी बाजार से अमेरिकी कारोबारों ने भारी मुनाफा कमाया है। हाल में जर्मनी के मशहूर चीनी मामले के विशेषज्ञ फ्रेन्ख सिएरेन ने कहा कि कोई भी अमेरिकी उद्यम चीनी बाजार और 1.4 अरब निहित उपभोक्ताओं को नहीं त्यागना चाहता है। अमेरिका में उच्च बेरोजगार दर की स्थिति में अमेरिकी उद्यम पहले की तुलना में चीनी बाजार और ज्यादा चाहते हैं।

महामारी के झटके का निपटारा करने के लिए चीन ने विदेशी व्यापार और विदेशी निवेश को स्थिर बनाने के लिए सिलसिलेवार कदम उठाये हैं, घरेलू व्यापार वातावरण का निरंतर सुधार किया और उच्च स्तरीय खुलेपन को आगे बढ़ाया है, जिससे विदेशी उद्यमों का विश्वास मजबूत किया गया है।

us dollar china
विश्व बैंक द्वारा 27 जुलाई को जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक व्यापार वातावरण रिपोर्ट में चीन की रैंकिंग 2018 के 78वें स्थान से बढ़कर 2020 के 31वें स्थान पर आ पहुंची है, जिसने क्रमश: दो सालों में विश्व में सुधार में तेज करने के पहले दस देशों में प्रवेश किया है।

जबकि अमेरिकी उद्यमों के प्रति अमेरिकी सरकार ने क्या किया? हमने देखा कि व्हाइट हाऊस के राजनयिकों ने अमेरिकी उद्यमों पर गद्दार का लेबल लगाया और उन्हें चीन से हटने की धमकी दी।


अमेरिकी वाणिज्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़े बताते हैं कि इस साल के अप्रैल माह में चीन-अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार रकम 39.7 अरब यूएस डॉलर तक जा पहुंचा है, जो मार्च की तुलना में करीब 43 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। चीन पुन: अमेरिका का सबसे बड़ा व्यापारी साझेदार बन चुका है। हालांकि, अमेरिकी राजनयिक चीन के साथ संपर्क तोड़ने का ढिंढोरा पीटते हैं, फिर भी चीनी बाजार और चीनी उत्पादों के प्रति अमेरिका की निर्भरता और बड़ी हो गयी है।