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Amit Shah At Diamond Jubilee Celebration Of Janata Sahakari Bank : छोटी पूंजी मिलाकर बड़ा काम करना ही है सहकारिता, जनता सहकारी बैंक के डायमंड जुबली समारोह में बोले अमित शाह

Amit Shah At Diamond Jubilee Celebration Of Janata Sahakari Bank : गृहमंत्री ने कहा, पिछले 10 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश के 70 करोड़ गरीब लोगों के जीवन में कई बड़े परिवर्तन हुए हैं, ऐसे परिवर्तन जो पीढ़ियों से नहीं हुए थे। घर, घर में बिजली, पानी, अनाज, शौचालय और पांच लाख रुपए तक का स्वास्थ्य बीमा। पूंजी के बगैर अपने परिवार के विकास और देश के विकास में योगदान देने का एक मात्र रास्ता है कोऑपरेटिव और सहकारिता।

नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पुणे में आज जनता सहकारी बैंक के डायमंड जुबली समारोह उद्घाटन किया। अमित शाह ने कहा, जब किसी सहकारिता मंत्री को किसी सहकारी बैंक से निमंत्रण मिलता है, तो सहकारिता मंत्रालय का पहला काम उसकी बैलेंस शीट की जांच करना होता है कि बैंक कार्यक्रम में शामिल होना उचित है या नहीं। जब सचिव ने मुझे इस कार्यक्रम के बारे में बताया तो मैंने उनसे कहा कि इसकी जांच न करें। यह बैंक संघ के स्वयंसेवकों द्वारा स्थापित किया गया है, इसलिए इसकी बैलेंस शीट निश्चित रूप से मजबूत होगी। जनता सहकारी बैंक ने जो विश्वास अर्जित किया है, वह हम सभी के लिए गौरव का विषय है।

अमित शाह बोले, पिछले 10 वर्षों में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश के 70 करोड़ गरीब लोगों के जीवन में कई बड़े परिवर्तन हुए हैं, ऐसे परिवर्तन जो पीढ़ियों से नहीं हुए थे। घर, घर में बिजली, पानी, अनाज, शौचालय और पांच लाख रुपए तक का स्वास्थ्य बीमा। पूंजी के बगैर अपने परिवार के विकास और देश के विकास में योगदान देने का एक मात्र रास्ता है कोऑपरेटिव और सहकारिता। छोटी-छोटी पूंजी मिलाकर एक बहुत बड़ा काम करना, इसी का नाम सहकारिता है।

पीएम मोदी ने देश के लिए दो ‘संकल्प’ रखे हैं-एक 2047 तक देश को ‘विकसित’ बनाना और दूसरा 2027 तक भारत को पांच ट्रिलियन अर्थव्यवस्था बनाना। इन संकल्पों को प्राप्त करने के लिए, सहयोग क्षेत्र को विकसित करना महत्वपूर्ण है। गृहमंत्री ने कहा, जैसे-जैसे हम सहकारी क्षेत्र को आगे बढ़ा रहे हैं, तो मैं कहना चाहूंगा कि प्रौद्योगिकी को भी अपनाना जरूरी है। वर्तमान में, भारत में कुल 1,465 सहकारी और शहरी सहकारी बैंक हैं, जिनमें से अकेले महाराष्ट्र में 460 बैंक हैं। एक देश में सबसे ज्यादा अर्बन कोऑपरेटिव बैंक महाराष्ट्र में हैं। हम अर्बन कोऑपरेटिव बैंक के लिए एक अम्ब्रेला संगठन को सक्रिय कर रहे हैं, जो सभी सहकारी बैंकों को हर संभव तरीके से मदद करेगा। अम्ब्रेला संगठन के लिए 300 करोड़ रुपये की जमा राशि इकट्ठा करने का काम पूरा हो गया है।