गांधीनगर। पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को गुजरात की राजधानी गांधीनगर में सेमीकॉन इंडिया 2023 में हिस्सा लिया था। सेमीकॉन इंडिया कार्यक्रम 30 जुलाई तक होगा। सेमीकॉन इंडिया 2023 से भारत सेमीकंडक्टर के मामले में काफी कुछ हासिल करने जा रहा है। इसकी तस्दीक पीएम मोदी के सामने सेमीकंडक्टर की दुनिया के दिग्गजों के बयान से साफ हो गया है। सेमीकॉन इंडिया 2023 में अमेरिकी चिप निर्माता कंपनी माइक्रॉन के अधिकारियों ने बताया कि जल्दी ही गुजरात में 5 लाख वर्ग मीटर इलाके में फैक्टरी लगाकर वो चिप बनाने जा रहे हैं। इस प्रोजेक्ट में माइक्रॉन, केंद्र और गुजरात सरकार मिलकर 2.70 अरब डॉलर से ज्यादा निवेश करेंगे। इससे शुरुआत में करीब 5000 लोगों को रोजगार मिलेगा।
सेमीकॉन इंडिया 2023 में अमेरिकी चिप निर्माता एएमडी की तरफ से बताया गया कि बेंगलुरु में रिसर्च और डिजाइन के वास्ते वो सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट लगाने जा रही है। एएमडी की तरफ से बताया गया कि इस वास्ते अगले 5 साल में वो 400 मिलियन डॉलर का निवेश करेगी। एएमडी का सेंटर शुरू होने से 3000 और इंजीनियरों को नौकरी मिलेगी। सेमीकॉन इंडिया में वेदांता ग्रुप के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने बताया कि वो अगले ढाई साल में भारत में चिप बनाने का काम शुरू करेंगे। वेदांता ग्रुप ने इस वास्ते ताइवान की कंपनी फॉक्सकॉन से समझौता भी किया था, लेकिन अब वेदांता और फॉक्सकॉन ने तय किया है कि वे अलग-अलग ही चिप बनाने का काम करने वाले हैं। तो ये जानकर आपका दिल अब बल्ले-बल्ले जरूर कह रहा होगा।
खास बात ये है कि अभी ताइवान और चीन ही दुनिया में सेमीकंडक्टर चिप बनाने में अहम भूमिका निभाते हैं। चीन और ताइवान के बीच तनातनी हाल के दिनों में बढ़ गई है। इससे सेमीकंडक्टर बनाने वाली कंपनियां भारत की तरफ देख रही हैं। अगले 7 साल में सेमीकंडक्टर निर्माण के क्षेत्र में 15000 लोगों को सीधे रोजगार और अन्य हजारों को अप्रत्यक्ष रोजगार मिलने की संभावना है। केंद्र सरकार ने बाकायदा सेमीकंडक्टर का कोर्स पढ़ाने के लिए 300 कॉलेजों को चिह्नित भी कर लिया है। पीएम नरेंद्र मोदी खुद इस बारे में देख रहे हैं। भारत में सेमीकंडक्टर बनाने के लिए 10 लाख की पीएलआई स्कीम भी मोदी सरकार ने घोषित की है। इसके तहत सस्ते में जमीन, टैक्स में छूट, तुरंत मंजूरी समेत अन्य सुविधाएं दी जा रही हैं।