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LIC Shares In Adani: अडानी के शेयर्स में उछाल से फिर फायदे में एलआईसी, जानिए अब कितनी हो गई निवेश की रकम

एलआईसी ने पहले बताया था कि उसने अडानी ग्रुप में 32127 करोड़ रुपए का निवेश किया है। उधर, अडानी के शेयर्स में उछाल से ग्रुप को 27000 करोड़ का कर्ज देने वाले स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) की किस्मत भी शुक्रवार को खुली। निवेशकों के भरोसे की वजह से एसबीआई के शेयर्स में 5 फीसदी उछाल आया।

मुंबई। अडानी के शेयर्स में शुक्रवार को काफी उछाल रहा। अडानी ग्रुप की कई कंपनियों के शेयरों की कीमत बढ़ी। इससे गौतम अडानी दुनिया के अमीरों में 26वें नंबर पर पहुंच गए। इससे पहले वो 30 नंबर से भी नीचे चले गए थे। एक तरफ फिर निवेशकों का रुझान अडानी ग्रुप की तरफ बढ़ता दिख रहा है, तो वहीं सरकारी जीवन बीमा कंपनी एलआईसी भी फायदे में आ गई है। एलआईसी ने अडानी ग्रुप में जो निवेश किया है, उसकी कीमत 39000 करोड़ रुपए हो गई। बीते दिनों ही अडानी ग्रुप के शेयर्स में गिरावट से एलआईसी का निवेश घटकर 32000 करोड़ हो गया था और ये कुल निवेश से कम हो गया था। जिसे लेकर हायतौबा मची थी।

Gautam Adani

एलआईसी ने पहले बताया था कि उसने अडानी ग्रुप में 32127 करोड़ रुपए का निवेश किया है। उधर, अडानी के शेयर्स में उछाल से ग्रुप को 27000 करोड़ का कर्ज देने वाले स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) की किस्मत भी शुक्रवार को खुली। एसबीआई के शेयर्स में 5 फीसदी उछाल आया। अडानी ग्रुप के शेयर्स की कीमत में बढ़ोतरी की वजह ये रही कि अमेरिका की इक्विटी फर्म जीक्यूजी पार्टनर्स ने इसकी 4 कंपनियों के शेयर 15446 करोड़ में खरीदे हैं। अडानी ग्रुप में विदेशी निवेश की खबर आने के बाद देशी निवेशकों का भरोसा एक बार फिर लौटता दिख रहा है। सबकी नजर अब इस पर है कि सोमवार को शेयर बाजार में अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयर में कैसा कारोबार होता है।

Gautam Adani

इस बीच, खबर ये भी है कि निवेशकों में भरोसा वापस लाने के लिए अडानी ग्रुप अमेरिका के कई शहरों में रोड शो करने वाला है। अडानी के बारे में 24 जनवरी को शॉर्ट सेलर हिंडेनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद से ग्रुप की कंपनियों के शेयर्स ने गोता लगा दिया था। हिंडेनबर्ग रिसर्च ने अपनी रिपोर्ट में आरोप लगाया था कि अडानी ग्रुप ने खातों में गोलमाल किया और अपने शेयर्स की कीमत बढ़ाने के लिए भी गलत तरीका अपनाया। हिंडेनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद गौतम अडानी दुनिया के तीसरे नंबर के अमीर की लिस्ट से लगातार लुढ़कते रहे। उनकी नेटवर्थ में भी भारी गिरावट आई है।