नई दिल्ली। अडानी ग्रुप के बारे में हिंडेनबर्ग की रिपोर्ट से शेयर बाजार में हाहाकार मचा है। उद्योगपति गौतम अडानी की कंपनियों के शेयर धड़ाधड़ बिक रहे हैं। इससे गौतम अडानी सोमवार को दुनिया के तीसरे नंबर के उद्योगपति से 9वें नंबर पर जा पहुंचे। अब तक शेयर बाजार में हिंडेनबर्ग रिपोर्ट के असर की वजह से 11 लाख करोड़ का नुकसान निवेशकों को हो चुका है। इन सबके बीच अडानी की कंपनियों में बड़ा निवेश करने का आरोप लाइफ इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन (एलआईसी) पर लग रहा है। बैंकों पर भी अडानी को लोन देने के लिए नियम न मानने का आरोप है। एलआईसी की पॉलिसी लेने वाले और शेयरधारकों के अलावा बैंकों के शेयरधारकों में भी अडानी मामले से हड़कंप मचा है। ऐसे में एलआईसी और अडानी को लोन देने वाले पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने लोगों का भरोसा बढ़ाने वाली जानकारी दी है। दोनों ने बताया है कि अडानी की कंपनियों में कितना निवेश किया है और कितना लोन दिया गया है।
सरकारी क्षेत्र की बीमा कंपनी एलआईसी ने बताया है कि उसने अब तक अडानी ग्रुप में 30129 करोड़ का निवेश किया है। एलआईसी के बारे में बताया जा रहा था कि उसे अडानी की वजह से करीब 70000 करोड़ का चूना लगा, लेकिन एलआईसी ने जानकारी दी है कि जो शेयर उसने अडानी ग्रुप के खरीदे, उनकी 27 जनवरी को मार्केट वैल्यू 56142 करोड़ ही थी। एलआईसी के अनुसार 31 दिसंबर 2022 तक उसने अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयर और कर्ज पर कुल 35917.31 करोड़ का ही निवेश किया। इसमें से 30127 करोड़ के अडानी के शेयर एलआईसी ने खरीदे हैं। अडानी ग्रुप में एलआईसी का निवेश 36474.78 करोड़ रुपए का ही है। एलआईसी की तरफ से ये जानकारी दिए जाने से इसके पॉलिसी धारकों और शेयर में निवेश करने वालों को काफी राहत महसूस होने के आसार हैं।
वहीं, पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) की तरफ से बताया गया है कि उसने अडानी ग्रुप की कंपनियों को 7000 करोड़ रुपए का ही कर्ज दिया है। अब तक ये खबर आ रही थी कि सरकारी और निजी आईसीआईसीआई बैंक ने अडानी ग्रुप को 200000 करोड़ का लोन दिया है। पीएनबी के मुताबिक अडानी को लोन उसके एयरपोर्ट ऑपरेशन के लिए दिया गया है। बैंक के मुताबिक इस लोन को अडानी ग्रुप चुका भी रहा है।