नई दिल्ली। एक हफ्ते के भीतर आम लोगों को बड़ी राहत मिलने वाली है। मोदी सरकार ने खाद्य तेल की कीमत कम करने का आदेश कंपनियों को दिया है। सरकार ने कंपनियों से कहा है कि वे आयातित खाद्य तेल की अधिकतम खुदरा कीमत में एक हफ्ते में 10 रुपए लीटर तक की कमी करें। साथ ही पूरे देश में एक ब्रांड के तेल की कीमत एक ही रखने के लिए भी कहा है। बता दें कि भारत में जरूरत का करीब 60 फीसदी खाद्य तेल आयात करना पड़ता है। बाजार में पिछले दिनों खाद्य तेल की कीमतों में कमी आने की वजह से सरकार ने ये निर्देश दिया है।
सरकारी निर्देश के बाद आम लोगों का बजट काफी सुधरने के आसार हैं। पिछले महीने यानी जून में खाद्य तेल बनाने वाली कंपनियों ने इसकी कीमत में 10 से 15 रुपए प्रति लीटर की कटौती की थी। ताजा कटौती के निर्देश इसके बाद हैं। यानी कीमत में अब करीब 25 रुपए की कमी होगी। खाद्य मंत्रालय के सचिव सुधांशु पांडेय ने खाद्य तेल बनाने वाली कंपनियों के प्रबंधन की मीटिंग में कीमत में कटौती के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि पाम ऑयल, सोयाबीन और सूरजमुखी का तेल अब और सस्ता होगा। इससे अन्य तेलों की कीमत भी कम होगी। इसके अलावा तेल निर्माता कंपनियों को भी इसकी पैकिंग 30 डिग्री सेल्सियस में करने के लिए कहा गया है। ताकि उपभोक्ताओं को पूरा वजन मिल सके।
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के मुताबिक बीते कल पाम तेल की औसत कीमत 144.16 रुपए प्रति किलो थी। जबकि, सूरजमुखी के तेल की कीमत 185.77, सोयाबीन तेल की कीमत 185.77, सरसों के तेल की कीमत 177.37 और मूंगफली के तेल की कीमत 187.93 रुपए प्रति किलो थी। अब इन कीमतों में 10 रुपए की कमी से लोगों का काफी पैसा बचेगा। आम तौर पर एक घर में हर महीने करीब 3 किलो खाद्य तेल का इस्तेमाल होता है।