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What is OYO: कंझावला केस में सामने आया ‘OYO’ एंगल, जानिए कैसे पड़ी ओयो Hotels की नींव

What is OYO: कंझावला केस में अब ओयो होटल वाला ये एंगल पुलिस की जांच में बेहद अहम रहने वाला है। बता दें कि आपने इससे पहले भी की कई क्राइम केसों का ओयो कनेक्शन जरूर सुना होगा। ओयो की कहानी भी अपने आप में गजब है। इस खबर में हम ओयो के एक ब्रांड बनने की यही कहानी आपको बताने जा रहे हैं।

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी के कंझावला कांड को लेकर दिल्लीवासियों में आक्रोश है। लोग अंजलि को न्याय दिलाने के लिए सड़क पर उतर आए है। कंझावला कांड पर दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी लॉ एंड ऑर्डर सागर प्रीत हुड्डा ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने बताया कि वारदात की एक चश्मदीद गवाह मिली है जो कि घटना के समय उसके साथ मौजूद थी। हादसे के बाद मामूली चोट आने के बाद वो वहां अपने घर चले गई थी। इसी बीच लड़की के साथ हुई दरिंदगी के मामले में नया मोड़ सामने आया। दरअसल मामला का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। जिसमें वो अपनी दोस्त के साथ होटल से पार्टी करने के बाद बाहर निकलते हुए दिखाई दे रही है। इतना ही दोनों के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी भी हो जाती है। इस बात का दावा होटल के मैनेजर अमित ने भी दावा है। होटल के मैनजेर ने बताया कि दोनों लड़कियों नशे की हालात में थी।

लेकिन कंझावला केस के बाद ओयो होटल एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। दरअसल मृतका अजंलि अपने दोस्त के साथ न्यू ईयर सेलिब्रेशन करने के लिए ओयो होटल में एक कमरा बुक करवाया था। कंझावला केस में अब ओयो होटल वाला ये एंगल पुलिस की जांच में बेहद अहम रहने वाला है। बता दें कि आपने इससे पहले भी की कई क्राइम केसों का ओयो कनेक्शन जरूर सुना होगा। ओयो की कहानी भी अपने आप में गजब है। इस खबर में हम ओयो के एक ब्रांड बनने की यही कहानी आपको बताने जा रहे हैं।

मान लीजिए कि आप किसी अंजान शहर में घूमने के लिए जाएं और वहां पहुंचकर आपको ठहरने में मुश्किल आए तो आपके सफर का पूरा मज़ा किरकिरा हो जाएगा। पर्यटकों की इस मुश्किल को दूर करने में भारतीय कंपनी ओयो होटल्स ने अहम रोल अदा किया। ओयो की नींव रितेश अग्रवाल ने डाली थी। महज 17 साल के इस युवक ने कई पर्यटकों की दिक्कत को ओयो होटल के जरिए दूर किया। जहां अधिकांश नौजवान अपने भविष्य के बारे में सोच नहीं पाते है। उस वक्त रितेश की मेहनत ने उन्हें बुलदियां पर पहुंचा दिया।

रितेश ने अपने जुनून के चलते आईआईटी की पढ़ाई करने का ख्वाब छोड़ दिया। स्कूल छोड़ने के बाद सिर्फ 17 साल की आयु में रितेश ने बिजनेस में अपना सफर शुरू किया। उन्होंने 2011 में अपना स्टार्टअप शुरू किया। 2013 में पूरे दुनिया OYO होटल्स एंड रूम के नाम मशहूर हुआ। रातोंरात ओयो होटल्स को इतनी प्रसिद्धि मिली की दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा एग्रीगेटर ब्रांड में शामिल हो गया। रितेश की मेहनत और लगन का नतीजा है कि इसकी श्रृखंला के पास 43 हजार से ज्यादा होटलों का ग्रुप है।