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Jolt To Sensex And Nifty Due To Signs of recession in America: अमेरिका में मंदी के संकेत से शेयर बाजार में भूचाल, सेंसेक्स और निफ्टी में जबरदस्त गिरावट से निवेशकों के लाखों करोड़ स्वाहा

Jolt To Sensex And Nifty Due To Signs of recession in America: अमेरिका और उसके सहयोगी देश रूस से जारी युद्ध में यूक्रेन का साथ दे रहे हैं। यूक्रेन का साथ देने में अमेरिका और सहयोगी देशों का काफी पैसा लग रहा है, लेकिन इसका असर उनकी अर्थव्यवस्था पर पड़ रहा है।

मुंबई। अमेरिका में मंदी की आशंका से भारतीय शेयर बाजार पर भी जबरदस्त असर पड़ा है। शेयर बाजार में सोमवार को कारोबार शुरू होते ही भूचाल आ गया। सेंसेक्स 1200 अंक की गिरावट के साथ 79700.77 अंक पर खुला। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 424 अंक गोता लगा गया। इससे निवेशकों को लाखों करोड़ का झटका लगा है। दरअसल, भारत के शेयर बाजार का ये हाल अमेरिका में मैन्यूफैक्चरिंग पीएमआई डेटा में बड़ी कमी की खबरों के बाद हुआ। पीएमआई डेटा में कमी से मंदी आने का संकेत मिलता है। अमेरिका में आईटी सेक्टर में काफी छंटनी भी हुई है। साथ ही वहां, बेरोजगारों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है। इसी के असर से भारत में सेंसेक्स और निफ्टी ने गोता लगा लिया।

खबर लिखे जाने तक सेंसेक्स और निफ्टी में और गिरावट दर्ज की गई। सेंसेक्स 1466 अंक और निफ्टी 429.75 अंक नीचे था। इससे पहले शुक्रवार को भी शेयर बाजार में काफी गिरावट दर्ज की गई थी। सेंसेक्स शुक्रवार को 885.60 अंक गिरकर 80981.95 पर बंद हुआ था। वहीं, निफ्टी 293.20 अंक टूटा था और 24717 अंक पर बंद हुआ था। हालांकि, आज शेयर बाजार में गिरावट शुक्रवार के मुकाबले काफी ज्यादा रही। इससे पहले कई दिन तक शेयर बाजार में अच्छा कारोबार हुआ। हालांकि, बजट के दिन भी शेयर बाजार में काफी गिरावट दर्ज की गई थी। अब अगर अमेरिका में मंदी की आहट और तेज होती है, तो शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला जारी रह सकता है।

us federal reserve

अमेरिका और उसके सहयोगी देश रूस से जारी युद्ध में यूक्रेन का साथ दे रहे हैं। यूक्रेन का साथ देने में अमेरिका और सहयोगी देशों का काफी पैसा लग रहा है, लेकिन इसका असर उनकी अर्थव्यवस्था पर पड़ रहा है। यूक्रेन और रूस का जंग शुरू होने के बाद से अमेरिका का फेडरल रिजर्व लगातार ब्याज दरों को बढ़ाता रहा। वहीं, कई बैंक भी दिवालिया होने के कारण बंद हुए। अब बताया जा रहा है कि अमेरिका में आईटी सेक्टर भी काफी दबाव में हैं। मैन्युफैक्चरिंग में गिरावट से अर्थव्यवस्था को और झटका लगा है।