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Shyam Metallics: श्याम मेटालिक्स 1107 करोड़ रुपये जुटाने के लिए लाएगी IPO

Shyam Metallics: स्टील मैन्युफक्चर करने वाली कंपनी श्याम मेटालिक्स एंड एनर्जी लिमिटेड (Shyam Metalics and Energy Ltd) को लेकर एक बड़ी खबर आई है। दरअसल, कंपनी 1107 करोड़ रुपये जुटाने के लिए IPO लॉन्च करने की तैयारी में है।

नई दिल्ली। स्टील मैन्युफक्चर करने वाली कंपनी श्याम मेटालिक्स एंड एनर्जी लिमिटेड (Shyam Metalics and Energy Ltd) को लेकर एक बड़ी खबर आई है। दरअसल, कंपनी 1107 करोड़ रुपये जुटाने के लिए IPO लॉन्च करने की तैयारी में है। कंपनी ने 2018 में पूंजी बाजारों का लाभ उठाने की कोशिश की और 2019 की शुरुआत में सेबी की सहमति भी प्राप्त की। हालांकि, महामारी और बाजार की कमजोर परिस्थितियों के कारण कंपनी ने मुद्रा बाजारों में सूचीबद्ध करने की अपनी योजना को स्थगित कर दिया है।

1107 करोड़ रुपये के कुल निर्गम में 657 करोड़ रुये के कुल मूल्य के नए इक्विटी शेयरों के निर्गम के साथ-साथ विक्रेता शेयरधारकों यानी प्रमोटर और प्रमोटर समूह- सुभम कैपिटल, सुभम बिल्डवेल, कल्पतरु हाउसफिन एंड ट्रेडिंग, डोराइट ट्रैकॉन, नेरेंटैक डीलकॉम और टॉपलाइट मर्केंटाइल्स द्वारा 450 करोड़ रुपये के कुल मूल्य के ‘ऑफर फॉर सेल’ शामिल हैं। इस ऑफर में पात्र कर्मचारियों के लिए अधिकतम 3,00,000 इक्विटी शेयरों का आरक्षण भी शामिल है।

कंपनी ने अपने और अपनी सहायक कंपनी, श्याम SEL एंड पावर लिमिटेड के 470 करोड़ रुपये के ऋण के पुनर्भुगतान या पूर्व-भुगतान; और अन्य सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए नए निर्गम से प्राप्त होने वाले आय का उपयोग करने की योजना बनाई है। इस ऑफर का कुल 50% तक हिस्सा पात्र संस्थागत खरीदारों (QIB) के लिए आरक्षित होगा, और गैर-संस्थागत निवेशकों के लिए 15% तक का हिस्सा आरक्षित होगा, जबकि खुदरा निवेशकों के लिए 35% तक का हिस्सा आरक्षित होगा।

कोलकाता स्थित लंबे इस्पात और फेयरो एलॉय के उत्पादों का निर्माण करने वाली इस कंपनी ने वर्ष 2005 में अपने संचालन की शुरुआत की थी जिसके बाद से कंपनी का EBITA सकारात्मक रहा है, और यह कंपनी देश के 13 राज्यों एवं 1 केंद्र शासित प्रदेश में अपने 42 डिस्ट्रीब्यूटर्स, ब्रोकर्स के माध्यम से संस्थागत तथा उपयोगकर्ता ग्राहकों को अपने उत्पादों की बिक्री करती है। कंपनी वर्तमान में तीन विनिर्माण संयंत्रों का संचालन करती है जो ओडिशा के संबलपुर, तथा पश्चिम बंगाल के जमुरिया और मंगलपुर में स्थित हैं।

कंपनी SEL ब्रांड नाम के तहत थर्मो मैकेनिकली ट्रीटेड बार और स्ट्रक्चरल प्रोडक्ट्स की बिक्री करती है। 31 दिसंबर, 2020 तक के आंकड़ों के अनुसार, इसके 3 विनिर्माण संयंत्रों की कुल धातु उत्पादन क्षमता 5.71 मिलियन टन प्रति वर्ष थी, जिसमें जो FY2025 तक के लिए निर्धारित क्षमता विस्तार योजनाओं के अनुसार 11.60 mn MTPA की बढ़ोतरी होगी। क्षमता के आधार पर अपने समकक्ष भारतीय कंपनियों की तुलना में, यह स्पंज आयरन उद्योग में चौथी सबसे बड़ी कंपनी थी।

ipo

इसके अलावा, SMEL पिग आयरन, डक्टाइल आयरन पाइप और एल्युमिनियम फॉयल जैसे सेगमेंट में भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराना चाहती है। कंपनी पश्चिम बंगाल के पाकुड़िया में 0.04 MTPA की प्रस्तावित स्थापित क्षमता के साथ एल्युमीनियम फॉयल रोलिंग मिल चालू करने की प्रक्रिया में है, और उम्मीद है कि FY2022 तक इसमें परिचालन की शुरुआत होगी। इस्पात की मांग में वृद्धि, FY18 और FY19 में व्यापक आर्थिक वृद्धि से आगे निकल गई है। इंफ्रास्ट्रक्चर सेगमेंट में स्टील की मांग का योगदान लगभग 30% है और इस क्षेत्र को प्रोत्साहन दिए जाने की वजह से FY22 में स्टील की मांग और बढ़ेगी। इसके अलावा, किफायती आवास के क्षेत्र में धीरे-धीरे हो रही प्रगति तथा कोविड के बाद मोटर वाहन क्षेत्र के दोबारा पटरी पर लौटने की वजह से भी स्टील की मांग में वृद्धि देखने को मिलेगी। भारत वर्तमान में विश्व में स्टील का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश है तथा वैश्विक इस्पात उत्पादन में इसकी हिस्सेदारी लगभग 6% है।