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Who is Kanika Tekriwal: जानिए कौन हैं सबसे कम उम्र की रिचेस्ट वुमन कनिका टेकरीवाल

Kanika Tekriwal: बता दें कि कनिका फोर्ब्स और बीबीसी की सूची में दुनिया की 100 सबसे पॉवरफुल वुमन में शुमार हो चुकी हैं। इसके अलावा उन्हें केंद्र सरकार की ओर से ई-कॉमर्स के लिए नेशनल एंटरप्रेन्योरशिप अवॉर्ड से भी सुशोभित कर चुकी है। लेकिन उनकी डगर इतनी आसान नहीं रही। उन्हें कैंसर जैसी भयानक बीमारी ने अपनी जकड़ में ले लिया था और काफी परेशान किया था।

नई दिल्ली। सपनों की उड़ान जितनी विराट होगी है, उतना ही कठिन उसकी राह होगी। आंखों से देखे गए ख्वाबों को हकीकत में बदलना  आसान नहीं होता है जितना उन्हें पूरा करने के लिए खुद को खोना पड़ता है। ऐसे ही सपनों की कहानी है सबसे कम उम्र की सेल्फ मेड रिचेस्ट वुमेन बनीं कनिका टेकरीवाल की। जिसने अपने सपने को हकीकत में तबदील करने के लिए बहुत कुछ किया। हालांकि उनकी राह आसान नहीं रही। पहले तो उन्होंने कैंसर से जूझना पड़ा। लेकिन उन्होंने इस बीमारी को मात देकर ऐसा मुकाम हासिल किया, जो अपने आप में एक मिसाल है। जेटसेटगो की सीईओ और फाउंडर कनिका टेकरीवाल ने एक बड़ी मिसाल कायम की है। उन्होंने अपने दम पर जेट कंपनी खड़ी की है और आज उनके पास 10 जेट एयरवेज हैं। बता दें कि जेटसेटगो दिल्ली स्थित प्राइवेट जेट कॉन्सिएर्ज सर्विस कंपनी है। इसके माध्यम से लोग प्राइवेट एयरक्रॉफ्ट, हेलीकॉप्टर और एयर एंबुलेंस की आसानी से ऑनलाइन बुकिंग करवा सकते हैं। महज जब वो 17 साल की थी, तब कनिका ने एक नामी जेट कंपनी में नौकरी की थी और आज वह अपनी कड़ी मेहनत के दम पर खुद एक कंपनी की मालकिन बन गई हैं।

बता दें कि कनिका फोर्ब्स और बीबीसी की सूची में दुनिया की 100 सबसे पॉवरफुल वुमन में शुमार हो चुकी हैं। इसके अलावा उन्हें केंद्र सरकार की ओर से ई-कॉमर्स के लिए नेशनल एंटरप्रेन्योरशिप अवॉर्ड से भी सुशोभित कर चुकी है। लेकिन उनकी डगर इतनी आसान नहीं रही। उन्हें कैंसर जैसी भयानक बीमारी ने अपनी जकड़ में ले लिया था और काफी परेशान किया था। कनिका ने भारत की एविएशन इंडस्ट्री में प्राइवेट जेट स्पेस में एक एग्रीगेटर की जरूरत महसूस की थी। इसके लिए उन्होंने एक सर्वे भी किया। कनिका ने सबसे ऐसे लोगों से मिलीं, जिनका कहना था कि भारत में प्राइवेट जेट बुकिंग अनुभव बेहद निराशाजनक रहा है। इसके साथ ही कनिका ने कई प्राइवेट जेट ओनर से भी मिली। जो बढ़ती कीमत, नियमित मेंटेनेंस और अन्य परेशानियों के चलते अपने प्लेन बेच रहे थे। इसी दौरान कनिका अपने एक सहकर्मी के साथ बात कर रही थीं तब उन्हें जेटसेटगो शुरू करने का आइडिया आया। जेटसेटगो की शुरुआत करना कनिका का लक्ष्य बन गया। उनका लक्ष्य यह था कि ऐसे लोगों को कवर करें, जो कि ट्रेवल करते रहते हैं या इमरजेंसी में प्लेन हायर करते हैं।

जेटसेटगो की सीईओ ने 17 साल की उम्र में ही सोच लिया था कि वो अपनी कंपनी बनाएंगी। फिर क्या था कनिका ने कंपनी शुरू भी की और आज बेहतरीन तरीके से उसे चला भी रही हैं। दिसंबर 2021 के आंकड़ों के मुताबिक, कंपनी का टर्नओवर 150 करोड़ रुपये है। जेटसेटगो 2021 के अगस्त में ही किसी एयरक्राफ्ट को सीधे इंपोर्ट करने वाली पहली भारतीय कंपनी बन गई थी। इनकी कंपनी बिजनेस ट्रिप से लेकर बर्थडे पार्टी के लिए जेट या हेलीकॉप्टर प्रोवाइड करवाती है।

कंपनी ने Hawker 800 XP का इंपोर्ट किया है। जेटसेटगो के निवेशकों में सीमेंट कारोबारी पुनीत डालमिया और क्रिकेटर युवराज सिंह का नाम भी शामिल है। जेटसेट गो की मालकिन कनिका का जन्म एक मारवाड़ी परिवार में हुआ था। उनके पिता रियल एस्टेट और केमिकल के कारोबार से जुड़े हैं। कनिका की शुरुआती पढ़ाई दक्षिण भारत में एक बोर्डिंग स्कूल में हुई। इसके बाद कनिका ने इकोनॉमिक्स में ग्रेजुएशन करके डिजाइन में डिप्लोमा हासिल किया। बाद में वह मुंबई आ गईं और अपने दोस्त सुधीर पेरला के साथ मिलकर अपनी कंपनी की शुरुआत की।